शिव सेना से जारी तनावपूर्ण संबंधों को ठीक करने के मकसद से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार की शाम शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ मातोश्री में लम्बी बैठक की.बंद कमरे में चली करीब सवा दो घंटे की इस बैठक में दोनों नेताओं ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की.इस बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे.
इस बैठक के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद उद्धव के रुख में नरमी तो आई, लेकिन उन्होंने साथ मिलकर अगला लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है.हालाँकि भाजपा इस भेंट को सफल मान रही है. सूत्रों के अनुसार उद्धव ने शाह से केंद्र और राज्य में शिवसेना की उपेक्षा पर नाराजगी जताई. शाह ने आगामी चुनाव भाजपा के साथ लड़ने की बात कहकर भरोसा दिलाया कि राजग में शिवसेना को पूरा सम्मान दिया जाएगा.शिवसेना की शिकायतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा कर निवारण करने की भी बात कही गई.
बता दें कि मातोश्री में उद्धव के साथ हुई बैठक के बाद दोनों नेताओं की भाव भंगिमा देख कर यह अंदाजा लगाया गया कि दोनों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई .इस बैठक के बाद अमित शाह ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ सह्याद्री अतिथि गृह में भाजपा नेताओं के साथ देर रात तक पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें उद्धव से हुई चर्चा पर शाह ने मंथन किया . हालाँकि भाजपा इस बैठक को सफल मान रही है , लेकिन शिव सेना द्वारा गठबंधन पर पत्ते नहीं खोलने से पेंच अभी भी फंसा हुआ दिख रहा है.