-आतंकियों को गढ़ बनता जा रहा पश्चिमी यूपी
लखनऊ : राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने आतंकियों का गढ़ बनते जा रहे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की है। आरोप है कि यह समूह दिल्ली तथा उत्तर भारत के कई हिस्सों में नेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमले और सिलसिलेवार बम धमाके करने की योजना बना रहा था। एजेंसी ने फिलहाल इनकी मंशा को ध्वस्त कर दिया है। एजेंसी ने पिछले साल 26 दिसंबर से लेकर अब तक इस संबंध में 13 लोगों को अरेस्ट किया है। सुरक्षा एजेंसी ने गुरुवार को अमरोहा के बांसखेड़ी गांव में गुफरान पुत्र जुबेर के घर छापेमारी की है। गुफरान के बारे में एनआईए को अमरोहा मॉड्यूल के सरगना सुहैल से जानकारी मिली थी।
अमरोहा के अलावा एनआईए ने हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर के गांव बदरखा और अठसेनी में भी बुधवार की रात छापेमारी की है। बदरखा में नाज़िम और अठसेनी में अफसार नाम के युवक की तलाश में यह कार्रवाई की गई है। दोनों एजेंसी की पकड़ से बाहर बताये जा रहे हैं। एजेंसी ने इनके मोबाइल फोन और नाजिम के परिजनों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। नाजिम देवबंद मदरसे का छात्र है, जबकि अफसार सऊदी में रहता है। एनआईए ने अमरोहा और हापुड़ के अलावा बुलंदशहर के कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव कलौली में छापेमारी की। एनआईए हबीब तथा नासिर नाम के व्यक्ति को अपने साथ ले गई है।
उल्लेखनीय है कि अमरोहा में 26 दिसंबर को पकड़े गये आतंकी संगठन आईएस के नये माड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के बारे में जानकारी मिली थी। इस नये संगठन के तार जम्मू कश्मीर के आतंकी संगठनों से जुड़े होने की जानकारी भी सामने आई थी। एनआईए ने यूपी के साथ पंजाब में कई स्थानों पर छापेमारी की है। शुरुआती जांच में पता चला था कि आईएस का यह मॉड्यूल कश्मीर के आतंकी संगठनों के साथ मिलकर देश के कई भागों में बम धमाके और हमला करने की तैयारी में था। 11 जनवरी को एनआईए ने हापुड़ क्षेत्र से मदरसे के मौलाना अबसार को गिरफ्तार किया था, जिसने एजेंसी को जानकारी दी थी कि हापुड़ के वैठ गांव निवासी मौलाना साकिब के साथ आतंकी गतिविधियों के सिलसिले में पिछले साल मई से अगस्त के बीच तीन बार जम्मू कश्मीर गया था। इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किया गया था।