मध्य अमरिकी देश ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी फटने से एक ही परिवार के 36 लोगों सहित अबतक 69 की लोगों की मौत हो चुकी है. ज्वालामुखी से निकली राख कई किलोमीटर ऊपर हवा में उछल रही है और इलाकों में जाकर गिर रही है. पहाड़ से नदी के रुप में निकलते हुए लावे ने पास के इलाकों को पिघला कर रख दिया है.
सुरक्षाकर्मी लोगों को बचाने में लगे हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक साइंसेज के निदेशक फेनुएल गार्सिया ने बताया कि 69 शव बरामद किए गए हैं और उनमें से 17 की पहचान कर ली गई है. ग्वाटेमाला की आपदा एजेंसी कोनरेड ने कई सारे एहतियाती मानक जारी किए हैं. लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है. ग्वाटेमाला शहर के हवाईअड्डा को भी बंद कर दिया गया है.
वहीं, समाचार एजेंसी एएफपी की खबर के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह ज्वालामुखी विस्फोट से जानमाल को पहुंची क्षति को लेकर बहुत दुखी हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र बचाव और राहत प्रयासों में मदद करने के लिए तैयार है.
कोनरेड प्रवक्ता डेविड डे लियोन ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे ज्वालामुखी में एक और विस्फोट हुआ. राख के चलते सड़क संपर्क से कट चुके इलाकों से कम से कम 10 लोगों को हेलीकॉप्टरों के जरिए निकाला गया है. कोनरेड ने बताया कि 3,271 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है.