नई दिल्ली : पंजाब की गुरमीत कौर (बदला हुआ नाम) की शादी कनाडा में नौकरी कर रहे एक लड़के से तय हुई। लड़का कनाडा से भारत आया और उनकी भारत में धूमधाम से शादी हुई। शादी के कुछ दिन बाद गुरमीत का पति कनाडा वापस चला गया और गुरमीत को जल्दी ही कनाडा बुलाने का आश्वासन दिया। दिन से महीने और महीने से कई साल अब बीत चुके हैं, लेकिन गुरमीत का पति ना तो भारत वापस आया, और ना ही उसने गुरमीत को बुलाया।
इतना ही नहीं उसने गुरमीत से तलाक तक ले लिया। एनआरआई दूल्हे से शादी के नाम पर हुए इस धोखे के बाद अब गुरमीत दर-दर भटक रही है और सरकार ने न्याय की गुहार लगा रही है। ऐसी कहानी केवल गुरमीत ही नहीं दीक्षा, स्मिता, अर्पणा जैसी पंजाब की हजारों लड़कियों की हैं। एनआरआई दूल्हा से शादी के नाम पर धोखे को लेकर नई दिल्ली के इंडियन वूमेन प्रेस क्लब में एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। ऑस्ट्रेलिएन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट एण्ड हेल्थ (एसीआरसीएच) के इस कार्यक्रम में पंजाब, हरियाणा सहित भारत के कई राज्यों की एनआरआई दूल्हों से शादी के बाद त्यागी गई दुल्हनों ने अपनी आपबीती सुनाई। एक अनुमान के मुताबिक अकेले पंजाब में पिछले कुछ दशकों में ऐसे करीब 32 हजार मामले हैं, जिनमें एनआरआई दूल्हे से शादी के फेर में लड़कियां और उनके परिवार ठगे गए।