13 दिसंबर को असम की पूर्वी जयंतिया पहाड़ियों में पानी से भरे कोयले के खदान में फंस थे श्रमिक
नई दिल्ली : यू तो ट्वीटर पर कांग्रेस और बीजेपी, आपस में राजनीति तंज कसते रहते है इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फिर एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि खदान में फंसे 15 श्रमिक 13 दिसंबर से सांस लेने के लिए जूझ रहे हैं और वह असम के बोगीबील पुल पर तस्वीरें खिंचा रहे हैं। इस बयान पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया, ‘इस दर्दनाक घटना पर राजनीति न करें राहुल जी’। हम राज्य सरकार को हरसंभव मदद दे रहे हैं लेकिन राज्य में पूर्व कांग्रेस सरकार की वजह से असुरक्षित अवैध खनन चल रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को असम के बोगीबील में ब्रह्मपुत्र नदी पर बने देश के सबसे लंबे रेल-सड़क पुल का उद्घाटन किया था।इसी बीच सफाई देते हुए और गांधी की टिप्पणियों का जिक्र किए बगैर मेघालय में सत्तारूढ़ एनपीपी-बीजेपी ने कहा कि कोई लापरवाही नहीं है। राज्य सरकार उन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने, प्रशासन और एनडीआरएफ ने खनिकों का पता लगाने में बहुत मेहनत की है लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें सफलता नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अभी तक खान से 12 लाख लीटर पानी बाहर निकाला गया है लेकिन ऐसा मालूम होता है कि पूरी नदी ही खान के भीतर समां गई है।