नई दिल्ली : भारत और भूटान के राजनयिक संबंधों की स्वर्ण जयंती वर्ष के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री डॉ लोतेय त्शेरिंग की मुलाकात हुई। नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने भारत-भूटान द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाने के संयुक्त प्रयासों पर बात की। पिछले माह ही भूटान के प्रधानमंत्री का कार्यभार संभालने वाले डॉ लोतेय त्शेरिंग अपने पहले विदेशी दौरे पर गुरुवार को भारत पहुंचे थे। भारत और भूटान के बीच औपचारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना की स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान यह तीन दिवसीय उच्च स्तरीय यात्रा हो रही है। वे भारत में 29 दिसम्बर तक रहेंगे।
हैदराबाद हाउस में भूटान के प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस ऐतिहासिक और शुभ वर्ष में प्रधानमंत्री डॉक्टर लोटे का भारत में हार्दिक स्वागत करना मेरे लिए हर्ष का विषय है। भूटान में इस वर्ष तीसरे आम चुनावों के सफ़ल संचालन के लिए भूटान सरकार और भूटान की जनता, दोनों का मैं ह्रदय से अभिनंदन करता हूं। प्रधानमंत्री डॉ लोतेय ने भूटान के लिए उनके ‘नैरोइंग द गैप’ विजन के बारे में मुझे विस्तार से जानकारी दी। उनका विजन मेरे ‘सबका साथ, सबका विकास’ के विजन से मेल रखता है। मैंने प्रधानमंत्री लोटे को आश्वस्त किया है कि भूटान के विकास में भारत हमेशा की तरह एक भरोसेमंद मित्र और साझेदार की भूमिका निभाएगा। भूटान की 12वीं पंचवर्षीय योजना में भारत चार हजार, पांच सौ करोड़ रुपये का योगदान देगा। यह योगदान भूटान की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के अनुरूप होगा।
भार के बीच संयुक्त परियोजनाओं पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और भूटान के सहयोग के लंबे इतिहास में जलविद्युत परियोजना में सहयोग एक अहम हिस्सा रहा है। आज हमने इस महत्वपूर्ण सेक्टर में सभी संबंधित परियोजना में अपने सहयोग की समीक्षा की। मान्ग परियोजना पर काम शीघ्र ही पूरा होने वाला है। इस परियोजना के टैरिफ पर भी सहमति हो गई है। अन्य परियोजना पर भी कार्य संतोषजनक प्रगति कर रहा है। हमारे सहयोग में एक नया आयाम अंतरिक्ष विज्ञान का है। मुझे प्रसन्नता है कि साउथ एशियन सेटेलाइट से लाभ उठाने के लिए इसरो द्वारा भूटान में बनाया जा रहा ग्राउंड स्टेशन भी शीघ्र तैयार होने वाला है। इस परियोजना के पूरा होने से भूटान के दूर-दराज के क्षेत्रों में भी मौसम की जानकारी, टेली-मेडिसिन और आपदा प्रबंधन जैसे कार्यों में मदद मिलेगी।
शुक्रवार को डॉ लोतेय त्शेरिंग का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया। राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री डॉ लोतेय त्शेरिंग की अगवानी की। इसके बाद राष्ट्रपति के अंगरक्षकों ने उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया। राष्ट्रपति भवन के समारोह के बाद भूटान के प्रधानमंत्री राजघाट गए और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। भूटान के प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात विदेश मंत्रालय के अधिशासी मुख्यालय जवाहर भवन में हुई। भूटान के प्रधानमंत्री का कार्यभार संभालने वाले डॉ लोतेय त्शेरिंग अपने पहले विदेशी दौरे पर गुरुवार को भारत पहुंचे थे। तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर गुरुवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे डॉ लोतेय त्शेरिंग की केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने अगवानी की थी।