जापान ने बुधवार को कहा कि वह इंटरनेशनल व्हेलिंग कमीशन (आईडब्ल्यूसी) से हट रहा है और अगले साल से व्हेल पकड़ने का व्यावसायिक काम फिर शुरू करेगा. इस कदम से जापान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हो सकती है.
इस घोषणा की संभावना पहले से ही व्यक्त की जा रही थी. जापान इस साल की शुरूआत में व्यावसायिक व्हेलिंग फिर शुरू करने की अनुमति देने के लिए आईडब्ल्यूसी को मना नहीं पाया था, जिसके बाद उसने यह कदम उठाया.
सरकार के शीर्ष प्रवक्ता योशिहिदे सुगा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने अगले साल जुलाई में व्यावसायिक व्हेलिंग फिर शुरू करने के लिए आईडब्ल्यूसी से हटने का फैसला किया है.’’ दरअसल, जापान में इसी साल विवादित सालाना व्हेल शिकार अभियान के दौरान मिंक प्रजाति की 122 गर्भवती व्हेल मछलियों को मार डाला था.
उल्लेखनीय है दुनियाभर में व्हेल को संरक्षित रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की स्थापना साल 1966 में की गई थी. 2002 में आए एक अनुमान के अनुसार, दुनिया भर में 5,000 से 12,000 तक ही व्हेल बची थीं. आईयूसीएन का अनुमान है कि इनकी संख्या शायद 10,000 से 25,000 के बीच है. शिकार से पहले इनकी सबसे बड़ी आबादी अंटार्कटिक में थी. जो करीब 2,02,000 से 3,11,000 के आसपास थी. इसके अलावा पूर्वी उत्तरी प्रशांत, अंटार्कटिक, और हिंद महासागर में इनकी संख्या करीब 2000 के आसपास थी. 2014 में कैलिफोर्निया के नीली व्हेल की आबादी में तेजी दर्ज की गई और यह लगभग अपने शिकार से पूर्व की आबादी तक पहुंच गई.