लखनऊ: अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि यदि लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उत्तर प्रदेश में हार मिलती है तो फिर भाजपा पूरे देश में हार सकती है. उन्होंने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों से लेकर देश और प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर खुल जवाब दिए.
राफेल का मामला, भाजपा के खिलाफ तैयार हो रही महागठबंधन की राजनीति, सिन्हा ने सभी मुद्दों पर अपने बेबाक विचार व्यक्त किए, किन्तु 2019 के चुनावों में उन्होंने अपनी रणनीति के पत्ते नहीं खोल. केंद्र सरकार को आंकड़े बाजी में माहिर बताते हुए सिन्हा ने कहा कि, ‘ मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि केंद्र सरकार की ओर से जो आंकड़े पेश किए जा रहे हैं, उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता. राफेल मुद्दे पर शीर्ष अदालत के फैसले के खिलाफ मैं जनवरी के पहले हफ्ते में रिव्यू पीटिशन दायर करूंगा.’
सिन्हा ने कहा, ‘5 राज्यों के चुनाव नतीजे सामने आने के बाद से विपक्ष खासकर कांग्रेस का मनोबल काफी ऊँचा हो गया है. भाजपा और उसके नेताओं ने हार झेली है. सिन्हा ने कहा कि भाजपा नेता समझते थे कि उन्हें कोई हरा नहीं सकता, लेकिन इन चुनावों के बाद वातावरण में परिवर्तन हो गया है. अब ये विपक्षी दलों पर निर्भर करता है कि वे इस परिवर्तन को आगे कैसे लेकर जाएंगे. उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश के विपक्षी दलों की एकजुटता है और इसी कारण अगर भाजपा यूपी में हार जाती है, तो पूरे देश में उसे शिकस्त झेलनी होगी.’