नई दिल्ली : मध्य जिले के चांदनी चौक इलाके में दो छात्राओं के साथ कुछ ऐसा हुआ कि उसने राजधानी को शर्मसार कर दिया। परिजनों के साथ खरीदारी करने आई डीयू की एक छात्रा के साथ मनचले युवक ने छेड़छाड़ की। छात्रा के साथ मौजूद उसकी जुड़वा बहन ने इसका विरोध किया तो आरोपित ने उसकी आंख पर घूंसा जड़दिया, जिससे उसकी आंख में गंभीर चोट लगी। हालांकि बाद में दोनों छात्राओं ने युवक पर अपना गुस्सा उतारा। फिर मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना दिए जाने के काफी देर बाद भी पुलिस छात्राओं तक नहीं पहुंची। इस बीच आरोपित भीड़ को चकमा देकर मौके से फरार हो गया। काफी देर बाद भी जब पुलिस नहीं पहुंची तो दर्द से कराह रही पीड़िता वहां से अस्पताल चली गई। इधर घायल पीड़िता ने ब्लॉग लिखकर अपना दर्द बयां किया तो वह वायरल हो गया। ऐसे में घटना के तीन दिन बाद दिल्ली पुलिस जागी। शुक्रवार को बयान लेने के बाद शनिवार को मारपीट और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया।
जानकारी के अनुसार दोनों छात्राएं अपने परिवार के साथ नोएडा सेक्टर-78 में रहती हैं। दोनों जुड़वा हैं और डीयू के अलग-अलग कॉलेज में ग्रेजुशन की छात्रा हैं। इनके पिता एक निजी कंपनी में बड़े पद पर हैं, जबकि मां का अपना कारोबार है। 18 दिसंबर को दोनों छात्राएं अपने मामा और मां के साथ चांदनी चौक में खरीदारी करने आई थीं। शाम करीब 6.15 बजे जलेबी वाले के पास दोनों एक दुकान के बाहर खड़ी थीं। इस बीच एक मनचले ने एक बहन के साथ शारीरिक छेड़छाड़ की। दूसरी बहन ने देखा तो आरोपित वहां से खिसकने लगा। दोनो बहनें युवक के पीछे भागी तो युवक सॉरी बोलकर आगे जाने लगा। इस बीच एक छात्रा ने आरोपित को चांटा मार दिया। इस पर आरोपित ने छात्रा पर घूंसों की बरसात कर दी। दोनों बहनें बीच-बाजार आरोपित से भिड़ती रही। इधर भीड़ ने आरोपित को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद पुलिस को करीब 6.40 बजे मामले की सूचना दी गई। छात्राओं का आरोप है कि 6.58 बजे तक पुलिस कर्मियों ने उनसे संपर्क कर उनकी लोकेशन पूछी लेकिन उसके काफी समय बाद तक पुलिस उन तक नहीं पहुंची। तब दोनों ने दुकानदारों से भी पुलिस की फोन पर बात कराई। इधर आरोपित भीड़ को चकमा देकर मौके से फरार हो गया। काफी देर इंतजार करने के बाद जब पुलिस नहीं पहुंची तो दर्द के कारण छात्राएं वहां से कैलाश अस्पताल के लिए निकल गईं। घायल छात्रा की आंख में गंभीर चोट लगी थी। उसकी आंख में खून का थक्का जम गया था। डॉक्टरों ने पट्टी करने के बाद छात्रा को घर भेज दिया। छात्राओं का आरोप है कि इतना सब होने के बाद भी पुलिस ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया।