अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच गुरुवार को शेयर बाजारों की शुरुआत धीमी रही. कारोबारी सत्र के दौरान एक समय सेंसेक्स 250 अंक से ज्यादा गिरकर कारोबार कर रहा था. हालांकि बाद में बाजार कुछ संभला. कारोबारी सत्र के दौरान दोपहर करीब 1 बजे 30 शेयर वाला सेंसेक्स 106.77 अंक गिरकर 36,377.56 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. लगभग इसी समय 50 शेयर वाला निफ्टी 33.10 अंक गिरकर 10,934.20 के स्तर पर कारोबार कर रहा है.
लगातार चौथी बार नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी
आपको बता दें अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने इस साल लगातार चौथी बार नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की है. साथ ही अगले साल भले ही धीमी रफ्तार से लेकिन और बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं. इससे पहले बुधवार को सेंसेक्स 137.25 अंक चढ़कर 36,484.33 अंक पर बंद हुआ था. ब्रोकरों के अनुसार अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने के बाद एशियाई और अमेरिकी बाजारों में गिरावट देखी गई जिसका असर घरेलू बाजार पर भी दिखा.
अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाला कदम बताया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फेडरल रिजर्व के ब्याज दर बढ़ाने की आलोचना करते रहे हैं. उनका कहना है कि यह अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाला कदम है. हालांकि फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल ने ब्याज दर बढ़ोत्तरी की घोषणा के बाद कहा कि ट्रंप के ट्वीट और बयान का केंद्रीय बैंक के नीति निर्माण से कोई लेना-देना नहीं है.
रुपये में 24 पैसे की गिरावट
शुरुआती कारोबार में गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे गिरकर 70.63 पर खुला. मुद्रा कारोबारियों के अनुसार अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने और घरेलू बाजारों के कमजोर रुख के कारण रुपये में गिरावट देखी गई है. हालांकि कच्चे तेल की घटती कीमतों और विदेशी पूंजी के ताजा निवेश से यह गिरावट थम गई. बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे की बढ़त के साथ 70.39 पर बंद हुआ था. शुरुआती आंकड़ों के अनुसार बुधवार को विदेशी निवेशकों ने 1,209.21 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 481.46 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की. ब्रेंट कच्चा तेल 1.31 प्रतिशत घटकर 56.49 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा है.