अमेरिका ने पाकिस्तान, चीन, सऊदी अरब और सात अन्य देशों को धार्मिक आजादी के उल्लंघन करने वाले देशों के तौर पर चिन्हित किया है. इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन ने अल नुसरा फ्रंट, अरब प्रायद्वीप में अल-कायदा, अल शबाब, बोको हराम, हौदी, आईएसआईएस, आईएसआईएस खुरासान और तालिबान को भी खास तौर पर चिन्हित किया है.
विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को कहा, ’28 नवंबर 2018 को मैंने लगातार धार्मिक आजादी के उल्लंघन के लिए बर्मा (म्यांमा), चीन, एरीट्रिया, ईरान, उत्तरी कोरिया, पाकिस्तान, सूडान, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान और तुर्केमेनिस्तान को 1998 के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आजादी कानून के तहत खास चिंता वाले देशों में रखा था.’
बयान में पोम्पिओ ने कहा, ‘धार्मिक आजादी के गंभीर उल्लंघन के लिए कोमोरॉस, रूस और उज्बेकिस्तान को भी विशेष वाच लिस्ट में रखा गया है.’
जनवरी में पाकिस्तान और कुछ अन्य देशों को विशेष निगरानी सूची में डालते समय अमेरिका ने कहा था कि कई देशों की सरकारें लोगों को उनके धर्म और आस्था में बदलाव करने के साथ-साथ एक विशेष धर्म अपनाने के लिए भी मजबूर कर रही हैं.