नई दिल्ली : विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार ने रविवार को रामलीला मैदान में कहा कि धैर्य का बांध अब टूट रहा है, राम मंदिर निर्माण में अब और देरी बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि विश्व में तीन हजार स्थानों पर मंदिर तोड़कर मस्जिदों का निर्माण किया गया था। इस प्रकार की घटनाओं को किसी भी प्रकार से धार्मिक कृत्य की संज्ञा नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी स्थानों पर स्वाधीनता मिलने के बाद वहां मंदिरों का पुनर्निर्माण किया गया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की प्राथमिकता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने 11 दिसम्बर से शुरू होने वाले संसद सत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की भी मांग की। उन्होंने सभी सांसदों से भी संसद में राम मंदिर के लिए अध्यादेश का समर्थन करने की अपील की और कहा कि ऐसा नहीं करने पर जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।