ताइवान की राजधानी ताइपे से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे. दरअसल, यहां स्टूडेंट हॉस्टल में रहने वाली एक महिला ने पुलिस में 100 रुपये का दही चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने चोर को पकड़ने के लिए 6 लोगों का डीएनए टेस्ट करा दिया. महिला ने रिपोर्ट की थी कि हॉस्टल में रहने वाले 6 लोगों में से किसी ने फ्रिज से उसका दही चोरी कर लिया है. दही चोरी होने पर जब उसने हॉस्टल में रहने वालों से इसके बारे में पूछा तो सबने दही खाने की बात से इनकार कर दिया, जिसके बाद महिला ने पुलिस स्टेशन में इसकी रिपोर्ट दर्ज करा दी.
ताइवान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला जब पुलिस के पास दही चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची तो पुलिस भी उसकी शिकायत सुनकर चौंक गई. पहले तो पुलिस को लगा कि यह किसी तरह का मजाक है, लेकिन बाद में महिला ने जब मामले को लेकर गंभीरता दिखाई तो पुलिस ने भी मामला दर्ज कर लिया. केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने जब हॉस्टल में रहने वाले 6 लोगों से दही चोरी करने के बारे में पूछा तो सभी ने इस बात से इनकार कर दिया कि उन्होंने दही खाया है. वहीं पुलिस को दही के पैकेट से भी किसी के फिंगरप्रिंट नहीं मिल पाए.
ऐसे में महिला ने पुलिस को फॉरेंसिक जांच की सलाह दी और पुलिस ने भी महिला की सलाह मानते हुए सभी 6 लोगों का DNA टेस्ट कराया और इसके नतीजों के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन DNA टेस्ट की प्रक्रिया में पुलिस ने 42 हजार खर्च कर दिए. पुलिस के मुताबिक एक महिला के DNA टेस्ट में उन्हें 3 हजार ताइवानी डॉलर (7 हजार रुपये) खर्च करने पड़े. सभी 6 लोगों पर खर्च हुई रकम की बात की जाए तो पुलिस ने इस पूरी प्रक्रिया में कुल 42 हजार रुपये खर्च कर दिए.
वहीं ताइवान के लोगों ने पुलिक के इस तरह से पैसे बर्बाद करने पर नाराजगी जताई है. कई लोगों का कहना है कि इस तरह से 100 रुपये के दही के लिए 42 हजार खर्च करना बेहद गलत है. कई लोगों का कहना है कि पुलिस इस तरह की शिकायतों पर कार्यवाई करके करदाताओं के पैसे बर्बाद कर रही है.