ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के डेटा के मुताबिक आर्थिक विकास के मोर्चे पर दुनिया के शीर्ष 10 शहरों के मामले में भारत की स्थिति अगले दो दशकों में काफी मजबूत होने वाली है। रिसर्च में यह बात सामने आई है कि सूरत जो कि गुजरात का एक जाना माना हीरे का व्यापारिक केंद्र है उसकी ग्रोथ 2035 में दुनिया में सबसे तेज होगी। इसकी ग्रोथ रेट 9 फीसद से ज्यादा रहेगी। यह जानकारी ऑक्सफोर्ड के ग्लोबल सिटी रिसर्च के हैड ने दी है। इस अवधि तक दुनिया के सबसे तेज ग्रोथ करने वाले शहरों में टॉप-10 भारतीय नाम ही होंगे।
हालांकि इनमें से अधिकांश शहरों का इकोनॉमिक आउटपुट दुनिया के बड़े महानगरों की तुलना में छोटा रहेगा। वहीं इन सभी एशियाई शहरों का कुल सकल घरेलू उत्पाद वर्ष 2027 में सभी उत्तर अमेरिकी और यूरोपीय शहरी केंद्रों से अधिक होगा। वर्ष 2035 तक ये चीनी शहरों से आने वाले सबसे बड़े योगदान के साथ, 17 फीसद अधिक होगा।
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स की रिसर्च में यह भी कहा गया कि वर्ष 2035 तक बड़े शहरों की स्थिति में बदलाव होगा। न्यूयॉर्क, टोक्यो, लॉस एंजिलिस अपने स्थानों को बचा पाएंगे और शांघाई एवं बीजिंग पेरिस एवं शिकागो को पीछे छोड़ देंगे। वहीं चीन के ग्वांगझू और शेनझेन दुनिया के टॉप 10 शहरों में शुमार हो जाएंगे। वहीं अगर अफ्रीका महाद्वीप की बात करें तो अफ्रीका के सबसे तेज ग्रोथ करने वाले शहरों में तंजानिया शुमार होगा। वहीं इस रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप में अरमेनियन की ग्रोथ अच्छी रहेगी। इसके अच्छा उत्तरी अमेरिका के सैन जोस की ग्रोथ बेहतर रहेगी।