भोपाल : भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता को मतगणना अभिकर्ता बनने से रोक दिया है। आयोग ने निर्देश दिया है कि अब उम्मीदवारों के अलावा पार्टियां, जिन्हें भी मतगणना अभिकर्ता बनाना चाहती हैं उनके नाम आयोग को दे दें। नाम देने की अंतिम तारीख सात दिसम्बर है। मतगणना के दौरान कोई भी पार्टी अपने उम्मीदवारों को मतगणना अभिकर्ता नहीं बना सकेगी। इस संदर्भ के आदेश भारत निर्वाचन आयोग ने जारी किए हैं। अब आयोग ने पार्टियों से मतगणना अभिकर्ता के रूप में पार्टियां किन्हें लाना चाहती हैं उनके नाम मांगे हैं। इसके अलावा आयोग ने यह भी कहा है कि निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ रहने वाले सुरक्षाकर्मी भी मतगणना केंद्र में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। मतगणना हॉल में सिर्फ अधिकृत व्यक्ति को ही जाने की अनुमति होगी।
उधर पुरानी जेल स्थित स्ट्रांग रूम में बिजली सप्लाई बाधित होने के कारण पिछले दिनों 30 नवम्बर को हुए बवाल के बाद अब जिला प्रशासन मतगणना को लेकर किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहता। ऐसे में मतगणना किसी भी कारण से बाधित न हो, इसके लिए बिजली कंपनी ने जेल परिसर में ही लाइन मैन तैनात कर दिया है। कंपनी ने यहां लाइनमैन की आठ-आठ घंटे की ड्यूटी लगा दी है। ये यहां पर दिन-रात रहकर ट्रांसफार्मर की रखवाली कर रहे हैं। ठिठुरती रात में ड्यूटी कर रहे इन लाइन मैनों के लिए प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं, इसलिए वह हर कार्य सोच-समझकर कर रहा है। कलेक्टरों को भी बिना रुके लगातार मतगणना करने के लिए तैयार रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं।