पेट्रोल एक बहुत ही ज्वलनशील पदार्थ है . ज़रा सी लापरवाही हो जाए तो चारों तरफ आग लगा देता है. पेट्रोल ने France की राजधानी Paris में गुस्से की आग भड़का दी है. ये महंगे पेट्रोल की आग है.. पहले आप ये तस्वीरें देखिए… फिर हम France में हुई इस हिंसा का एक गहरा विश्लेषण करेंगे .
Paris को City of Love कहा जाता है… लेकिन ये तस्वीरें देखकर लगता है कि Paris, City of Love नहीं बल्कि City of Fire है.
इन तस्वीरों को देखकर हमारे मन में ये सवाल उठा कि France जैसा देश… जिसके पास संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट है, जिसके पास परमाणु शक्ति है और जिसकी गिनती दुनिया के विकसित देशों में होती है . वहां के लोग… आखिर इस तरह दंगा-फसाद क्यों कर रहे हैं ? France में हिंसा की ऐसी घटना 1968 के छात्र आंदोलन के बाद पहली बार सामने आई है.
1968 के विरोध प्रदर्शनों ने फ्रांस की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान पहुंचाया था और तब फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति को देश छोड़कर जाना पड़ा था. अब 50 वर्ष बाद एक बार फिर ऐसे ही हालात बन रहे हैं. फ्रांस से लगातार विरोध प्रदर्शनों की तस्वीरें आ रही हैं. एक दिसंबर को Paris में आगज़नी की 190 घटनाएं हुई थीं. इस विरोध प्रदर्शन को Yellow Vest Movement कहा जा रहा है. इससे पहले 17 नवंबर 2018 को भी फ्रांस में पेट्रोल और डीज़ल के दामों को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ था . France के करीब 3 लाख लोग इस विरोध प्रदर्शन में शामिल थे.
France के बाद इसी तरह का विरोध प्रदर्शन, Belgium और Netherlands में भी हुआ . इन तीनों ही देशों में विरोध प्रदर्शन की वजह है… Cost Of Living का लगातार बढ़ना . Cost Of Living के बढ़ने का मतलब हुआ… लोगों के जीवन से जुड़ी मूलभूत ज़रूरतों का खर्च लगातार बढ़ना. France से शुरू होकर ये विरोध प्रदर्शन Belgium और Netherlands तक पहुंच गया है . लेकिन यूरोप का Media इसे Riot कह रहा है… Revolution नहीं . यानी क्रांति को दंगा-फसाद कहकर निपटाया जा रहा है.
अब ज़रा सोचिए… अगर ऐसे ही विरोध प्रदर्शन… Middle East के किसी देश में होते तो यूरोप के इसी मीडिया ने फौरन उसे Revolution का नाम दे दिया होता . तब यूरोप का मीडिया इसे जनक्रांति कहकर अपना एजेंडा चलाता.
सच्चाई ये है कि यूरोप के कई देशों का वैभव ही उनका सबसे बड़ा संकट बन गया है. यहां के लोगों का जीवन स्तर बहुत अच्छा है. लेकिन इस जीवन स्तर को कायम रख पाना वहां के लोगों के लिए बहुत मुश्किल हो गया है और वो बढ़ते दामों और महंगाई के प्रति बहुत संवेदनशील हो गये हैं. आमतौर पर France जैसे विकसित देश खुद को पूरी दुनिया के मसीहा की तरह पेश करते हैं.
लेकिन सच्चाई ये है कि वर्ष 2016 में ही France में करीब 90 लाख लोग गरीबी में जीवन बिता रहे थे . यानी France की करीब 6 करोड़ 70 लाख की आबादी में से करीब 1 करोड़ लोग गरीब रेखा के नीचे जीवन बिता रहे हैं . ये लोग हर महीने 1 हज़ार Euro से भी कम आमदनी पर अपनी ज़िंदगी बिता रहे हैं . France में अमीरों और गरीबों के बीच अंतर बहुत ज़्यादा है . France के सबसे गरीब लोगों की तुलना में France के 20 प्रतिशत सबसे अमीर लोग… 5 गुना ज़्यादा पैसा कमाते हैं . इसी वजह से वहां की जनता में भारी असंतोष है .
ऐसी स्थिति में France की सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल पर Hydrocarbon Tax बढ़ा दिया है . जिसकी वजह से पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ गए हैं . Hydrocarbon Tax के ज़रिए इकट्ठा हुआ पैसा Renewable Energy में लगाया जाए ताकी प्रदूषण कम हो और पर्यावरण के संतुलन को बढ़ावा मिले. लेकिन France की जनता के लिए महंगाई इससे भी बड़ा मुद्दा है . लोगों को लग रहा है कि उनसे बहुत ज़्यादा टैक्स वसूला जा रहा है, जबकि उन्हें बदले में कुछ नहीं मिल रहा. लोगों के गुस्से को आंकड़ों और सोशल मीडिया के ज़रिए भड़काया जा रहा है.
इस साल की शुरुआत में ही France की सरकार ने डीज़ल पर 7.6 प्रतिशत Hydrocarbon Tax बढ़ाया था . France में वर्ष 2017 से अब तक डीज़ल के दामों में 40 प्रतिशत का इज़ाफा हुआ है. इसी तरह पेट्रोल की कीमत जनवरी 2018 के मुकाबले करीब 15 प्रतिशत बढ़ गई है . इस समय France में पेट्रोल की कीमत 126 रुपए प्रति लीटर है और डीज़ल की कीमत करीब 116 रुपए प्रति लीटर है . सबसे बड़ी बात ये है कि France में पेट्रोल और डीज़ल की कीमत में 60 प्रतिशत हिस्सा Tax का है . France की ही एक रिपोर्ट के मुताबिक पेट्रोल और डीज़ल का दाम बढ़ने से France के हर परिवार पर औसतन 10 Euro यानी करीब 800 रुपए का बोझ बढ़ गया है . और आगे ये बोझ और बढ़ सकता है.
अब ये समझिए कि इन विरोध प्रदर्शनों को Yellow Vest Movement क्यों कहा गया?
France की जनता Yellow Jackets पहनकर विरोध प्रदर्शन कर रही है . Yellow Jackets, France में Breakdown का एक प्रतीक बन गई है . France में गाड़ी चलाने वाले लोगों को एक Yellow Jacket अपने साथ रखनी होती है . और गाड़ी के खराब होने पर… गाड़ी की सर्विस करने वाले व्यक्ति के लिए Yellow Jacket पहनना ज़रूरी होता है . ताकि किसी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके . लेकिन अब इन्हीं Yellow Jackets को… France में आर्थिक दुर्घटना और Breakdown के प्रतीक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है .
France में किए गए एक Survey के मुताबिक वहां के राष्ट्रपति Emmanuel Macron की लोकप्रियता लगातार घट रही है . इस Survey में France के 84 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वो Yellow Vest Movement के समर्थन में हैं . ये Survey कहता है कि France के 78 प्रतिशत लोग Emmanuel Macron से नाराज़ हैं . France में विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग Emmanuel Macron को हटाने की मांग कर रहे हैं . France की विपक्षी पार्टियां भी France में नए चुनाव करवाने की मांग कर रही हैं.
France में हिंसा की बहुत सारी तस्वीरें.. इस वक़्त पूरी दुनिया में Trend कर रही हैं . लेकिन हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाना चाहते हैं… जो इस पूरे विरोध प्रदर्शन की कहानी को स्पष्ट कर रही है . ये France की राजधानी Paris में मौजूद एक विश्व प्रसिद्ध मूर्ति की तस्वीर है . इसे Statue of Marianne (मरिएन) कहा जाता है . वर्ष 1789 में France की क्रांति के दौरान इस प्रतिमा को स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के प्रतीक के रूप में दिखाया गया था . ये France का एक राष्ट्रीय प्रतीक भी है . लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इस मूर्ति पर हमला कर दिया . आप समझ सकते हैं कि France की जनता इस वक्त कितने गुस्से में है.