मानवाधिकारों के लिए काम करने वाली गैर सरकारी अंतरराष्ट्रीय संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. संस्था ने पीएम मोदी पर बड़े आरोप लगाए हैं. एमनेस्टी इंटरनेशनल ने ट्वीट किया है कि पीएम मोदी ने मानवाधिकार की रक्षा का वचन दिया था लेकिन प्रधानमंत्री मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और ऐसे संगठनों को निशाना बना रहे हैं.
वहीं बीजेपी ने एमनेस्टी के इन आरोपों का पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल पीएम मोदी के पीछे पड़ी है. बीजेपी का कहना है कि यह संस्था दुनिया में भारत को बदनाम कर रही है.
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारत जैसी बड़ी शक्ति को मानवाधिकार की रक्षा करनी चाहिए. ताकतवार नेता इस तरह से परेशान नहीं करते हैं. एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक वीडियो भी ट्वीट किया है और लिखा है कि भारत में मीडिया हाउस पर छापे पड़ रहे हैं और कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है.
एक ट्वीट में एमनेस्टी ने सवाल किया है कि क्या सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित मोदी मानवाधिकार संगठनों को निशाना बना रहे हैं. बता दें कि इसी साल 25 अक्टूबर को एमनेस्टी के बेंगलुरु स्थित ऑफिस पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की थी. फेमा के तहत धोखाधड़ी के आरोप में ये कार्रवाई की गई थी.