ACP दिल्ली की मौत पर परिजनों ने उठाये सवाल
नई दिल्ली : एसीपी प्रेम बल्लभ शर्मा के पुलिस मुख्यालय की दसवीं मंजिल से कूदकर जान देने की घटना ने सभी को हैरान कर दिया है। परिजन सवाल उठा रहे हैं कि बृहस्पतिवार सुबह दफ्तर पहुंचने के बाद ऐसा क्या हुआ, जिसने उन्हें यह कदम उठाने को मजबूर कर दिया। परिजन उनकी बीमारी की बात तो स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन खुदकुशी करने पर यकीन नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमेशा खुश मिजाज रहने वाले प्रेम बल्लभ दफ्तर के लिए ठीक-ठाक निकले थे। वे वीआरएस की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अधिकारी उनसे सर्विस पूरी करने के लिए कहे जा रहे थे। इससे वह छोटी-छोटी बात पर तनाव में आ जाते थे।
शर्मा के एक दूर के रिश्तेदार ने बताया कि करीब 45-50 साल पहल उनके पिता भोलादत्त नरियाल सल्ट, अल्मोड़ा (उत्तराखंड) से दिल्ली आए थे। यहां वह एक सरकारी विभाग में चालक की नौकरी करते थे। परिवार में प्रेम बल्लभ के दो छोटे भाई कमलापति और हरीश हैं। कमलापति प्रदूषण विभाग में तैनात हैं, जबकि छोटे भाई हरीश का अपना कैटिरिंग का काम है। तीन मंजिल के मकान में प्रेम बल्लभ टॉप फ्लोर पर मां धर्मा देवी के साथ रहते थे। प्रेम का बड़ा बेटा राहुल नोएडा में एक कंपनी में नौकरी करता है। वहीं दोनों छोटे बेटे कपिल व रोहित पढ़ाई कर रहे हैं। प्रेम बेहद शांत और खुश मिजाज थे। भाई बहनों से उन्हें बेहद लगाव था।
गत 18 अक्तूबर को मिंटो रोड पर रहने वाली अपनी बहन हीरा देवी की बेटी की प्रेम बल्लभ ने शादी की थी। इनके जीजा दमोदर चतुर्वेदी रेलवे में हैं। पिछले महीने बीमारी के कारण प्रेम करीब 28 दिन छुट्टी पर रहे थे। उनके हाथ-पैरों में कंपन्न होती थी। कुछ दिन वह जीटीबी अस्पताल में भर्ती रहे। परिजनों का कहना है कि प्रेम बल्लभ की कितनी भी तबीयत खराब हो, वह कभी सुसाइड नही कर सकते हैं। रिश्तेदारों ने दबी जुबान में किसी वरिष्ठ अधिकारी से मिलने के बाद अनहोनी की बात की। पुलिस अधिकारी इससे इंकार कर रहे हैं। पोस्टर्माटम के दौरान अस्पताल पहुंचे प्रेम बल्लभ शर्मा के परिजनों से दिल्ली पुलिस आयुक्त मिले और उन्हें सांत्वना् दी। इस दौरान उन्होंने परिजनों को हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया।