भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सबसे सीनियर खिलाड़ी मिताली राज का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में महिला टीम के मुख्य कोच रमेश पोवार ने स्वीकार किया था कि उनके और मिताली राज के संबंध ‘तनावपूर्ण’ हैं. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल से मिताली को बाहर करना पूरी तरह से क्रिकेट से जुड़ा निर्णय था. अब इस विवाद में एक नया मोड़ सामने आया है.
पोवार ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को सौंपी गई रिपोर्ट में मिताली पर कोचों को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. पोवार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मिताली ने उन्हें ओपन होने का मौका न मिलने पर महिला वर्ल्ड टी-20 से नाम वापस लेने और संन्यास लेने की धमकी दी थी. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली को कोचों को ब्लैकमेल करना और उन पर दबाव डालना बंद करना चाहिए. उन्हें खुद से पहले टीम के हित को देखना चाहिए.
ईमेल में लगाए थे मिताली ने आरोप
मिताली ने बीसीसीआई सीईओ राहुल जौहरी और महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम को भेजे गए ईमेल में गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि उन्हें वेस्टइंडीज में खेले गए टी20 विश्व कप के दौरान पोवार ने अपमानित किया था और टीम से बाहर किए जाने पर वे रो पड़ी थीं. उन्होंने सोमवार को बोर्ड के अधिकारियों से मुलाकात भी की थी.
मिताली के बारे में किया गया यह खुलासा महिला टी-20 विश्व कप में भारत के प्रदर्शन पर कोच द्वारा किए गए मूल्यांकन का हिस्सा है, जिसमें भारत को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में हार मिली थी.
ऐसे शुरू हुआ था विवाद
उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में मिताली को अंतिम एकादश से बाहर रखने की बात ने बड़े विवाद का रूप ले लिया और इस मामले में कोच पोवार से टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम के प्रदर्शन की रिपोर्ट मांगी गई. इसके कुछ समय बाद मिताली ने मंगलवार को टीम के कोच रमेश पोवार और प्रशासकों की समिति (सीओए) की अध्यक्ष डायना इडुल्जी को आड़े हाथों लिया है. पूर्व कप्तान ने कहा है कि इन दोनों का उन्हें बाहर बैठाने में बड़ा हाथ है.
मिताली के इस आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पोवार ने उन्हीं पर आरोप लगाए. उन्होंने कहा “मुझे आशा है कि मिताली कोचों को ब्लैकमेल करना और उन पर दबाव डालना बंद करते खुद से पहले टीम के हित के बारे में सोचना शुरू करेंगी. आशा है कि वह एक बड़ी छवि को देखना शुरू करेंगी और महिला क्रिकेट की बेहतरी की ओर काम करेंगी.”
ट्वीट कर यह बोलीं मिताली
वहीं मिताली ने इन मामले में एक ट्वीट कर अपना दर्द बयां किया है. उन्होंने कहा, “मैं अपने ऊपर लगे आरोपों से दुखी और आहत हूं. खेल के लिए मेरी प्रतिबद्धता, देश के लिए खेले 20 साल, मेहनत पसीना, सब बेकार गया. आज मेरी देशभक्ति पर संदेह किया जा रहा है. मेरी क्षमताओं पर सवाल उठ रहें हैं और कीचड़ उछाला जा रहा है. यह मेरे जीवन का सबसे काला दिन है. भगवान मुझे शक्ति दे. ”
इस पूरे विवाद पर अपना पक्ष रखने के लिए रमेश पोवार बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी और महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से मिले थे. पोवार ने मुंबई में बीसीसीआई मुख्यालय में बोर्ड के दोनों अधिकारियों से मुलाकात की थी. बीसीसीआई सूत्रों ने बताया था, ‘रमेश ने स्वीकार किया कि मिताली के साथ उनके पेशेवर रिश्ते तनावपूर्ण है. पोवार को हमेशा लगा कि वह (मिताली) अलग-थलग रहने वाली खिलाड़ी हैं और उसे संभालना मुश्किल है.’