शेयर मार्केट में रोजाना की गिरावट और उछाल के चलते सोने में निवेश सबसे सुरक्षित माना जाता है. हालांकि, सोना प्राचीन काल से निवेश का आकर्षक माध्यम रहा है. हालांकि इसकी सुरक्षा की चिंता जरूर रहती है. इस चिंता को दूर करता है गोल्ड ईटीएफ. यानी सोने को खरीदने की जगह आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश करते हैं.
आसान शब्दों में समझें क्या है गोल्ड ईटीएफ
गोल्ड ईटीएफ का अर्थ होता है गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड. इसकी ट्रेडिंग सभी बड़े स्टॉक एक्सचेंजेज में होती है. ट्रेडिंग के दौरान निवेशक किसी भी समय इन फंड को खरीद सकता है. इनकी वैल्यू मांग और आपूर्ति के आधार पर शेयर के दाम की तरह तय होती है. उसी तरह बदलती भी रहती है. इन फंड की एनएवी सोने की कीमत के साथ जु़ड़ी रहती है. इसका अर्थ है कि फंड की कीमत सोने की कीमत के आधार पर बदलती रहती है. ये फंड उन निवेशकों के लिए हैं जो सोने की बदलती कीमतों के आधार पर मुनाफा कमाना चाहते हैं. चूंकि कारोबार के आखिर में निवेशकों को पैसे के रूप में रिर्टन मिलता है तो वो इस पैसे से सोना या और कोई माध्यम खरीद सकते हैं.
डीमेट अकाउंट के जरिये होती है खरीदी-बिक्री
गोल्ड ईटीएफ में आप सोने की खरीद ऑनलाइन करते हैं. इसे वहीं बेच भी सकते हैं. खरीदी-बिक्री डीमेट अकाउंट के जरिये होती है. गोल्ड ईटीएफ फंड बड़े पैमाने पर फिजिकल गोल्ड की खरीद करता है और उसे स्टोर करता है. यह ईटीएफ के पास होता है और निवेशकों को उनके निवेश के बदले शेयर ऑफर किए जाते हैं.
गोल्ड ईटीएफ के फायदे
– इसमें निवेशक जितनी चाहें उतनी चाहें उतनी यूनिट खरीद सकते हैं. इससे निवेशक जितनी चाहें उतनी राशि से फंड खरीद सकते हैं.
– एक कारोबारी दिन में निवेशकों को अलग-अलग वैल्यू मिलती है और वो किसी भी तरह का ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. इसके जरिये निवेशक इंट्राडे मूवमेंट में भी पैसा कमा सकते हैं.
– निवेशकों को सोने को सुरक्षित रखने के जोखिम की चिंता नहीं रहती. इसमें सोने को खरीदने की तरह कई अन्य तरह के चार्ज नहीं होते.
– इसमें निवेशक अपनी सहूलियत के अनुसार एंट्री और एक्जिट ले पाता है तो फिजिकल गोल्ड में नहीं हो पाता है.