पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जाने के लिए कॉरिडोर निर्माण के शिलान्यास समारोह में पाकिस्तान की ओर से बुलाए जाने पर खुशी जताई है. पाकिस्तान के न्योते पर सिद्धू ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को एक चिट्ठी लिखकर कहा है कि मुझे आपका निमंत्रण स्वीकार करते हुए खुशी हो रही है, मैंने इस ऐतिहासिक मौके पर शामिल होने के लिए विदेश मंत्रालय में अर्जी दी है, अच्छे काम खुद बोलते हैं और खुद रास्ता भी बना लेते हैं.
सिद्धू ने पंजाब में करतारपुर कॉरिडोर निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदम का स्वागत किया. उन्होंने केंद्र से गुजारिश की कि वह कॉरिडोर के पूरा होने के बाद वीजा औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए पाकिस्तान सरकार के साथ कदम उठाए. सिद्धू ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को लिखे पत्र में कहा, “यह जानकर मेरा दिल खुशी से भर गया है कि भारत सरकार गुरुनानक देव जी की 550वीं जयंती पर करतारपुर साहिब जानेवाले तीर्थयात्रियों के लिए गलियारे के निर्माण के लिए तैयार हो गई है.”
उन्होंने लिखा, “एक सिख श्रद्धालु के रूप में और पंजाब और उसके लोगों के लिए प्रतिबद्ध व्यक्ति के रूप में मैं भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए कदमों के लिए आभारी और ऋणी हूं.” सिद्धू ने कहा कि यह दुनियाभर के सिख समुदाय की लंबे समय से मांग रही है. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह इस परियोजना का पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक क्षेत्र में सोमवार को आधारशिला रखेंगे
सिद्धू की यात्रा पर हो चुका विवाद
पंजाब की कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद वाजवा को गले लगाने के मामले में काफी विवाद हुआ था. हालांकि, सिद्धू ने इसे ठीक ठहराते हुए कहा था, ‘मेरी झप्पी कोई साजिश नहीं थी, यह राफेल सौदा नहीं था. मैंने तुम्हें गले लगाया. यह साजिश है क्या? अगर कोई मुझे बताता है कि वह करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए तैयार हैं. मेरा मतलब है कि उन्होंने 400 बार कहा कि हम कॉरिडोर को खोलने के लिए तैयार हैं, तो इस तरह मैं अपना स्नेह दिखाता हूं. मैं गले लगाऊंगा और उन्हें चूमूंगा.’
भारत-पाक रिश्तों में नरमी के संकेत
भारत ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जाने के लिए गलियारे के निर्माण के शिल्यान्यास समारोह के लिए पाकिस्तान के निमंत्रण पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जो दोनों देशों के बीच जारी तल्खी में नरमी का संकेत है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 28 नवंबर के समारोह के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के निमंत्रण का जवाब देते हुए कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल और आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी नरेंद्र मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान समारोह आयोजित करेंगे.
कुरैशी ने सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राज्य मंत्री व पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया है. यह निमंत्रण केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा गुरुवार को 2019 में गुरु नानक की 550 वीं जयंती से पहले पाकिस्तान के साथ लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पंजाब के गुरदासपुर जिले से एक गलियारा बनाने का फैसला करने के बाद शनिवार को आया. करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की मांग भारत दो दशक से करता आ रहा है, जहां गुरुनानक का निधन 1539 में हुआ था. यह धार्मिक स्थल भारतीय सीमा से दिखाई पड़ता है.