भगवान राम की नगरी अयोध्या में आज राम मंदिर निर्माण की मांग के लिए (25 नवंबर) विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा का आयोजन हो रहा है. इसमें उसकी तरफ से करीब 2 लाख लोगों के पहुंचने का दावा किया गया है. धर्म सभा का आयोजन सुबह 11 बजे से दोपहर 4 बजे तक किया जाएगा. विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए यह आखिरी धर्म सभा है. धर्म सभा के लिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं.
विहिप की इस धर्मसभा में श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, जगतगुरु राम भद्राचार्य, जगतगुरु हंस देवाचार्य, हरिद्वार के संत और आरएसएस के बड़े चेहरे भी शामिल हो रहे हैं. इसी के साथ ही शनिवार को अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज पत्नी और बेटे के साथ रामलला के दर्शन भी करेंगे. फैजाबाद से अयोध्या तक जाने वाली सड़क को पुलिस ने ब्लॉक किया. इस पर मजिस्ट्रेट भी मौजूद हैं. कहा जा रहा है कि रामभक्तों से भरी 130 बसें अयोध्या पहुंच चुकी हैं. साथ ही सुबह तक 20 हजार रामभक्त पहुंच चुके हैं
किले में तब्दील हुई अयोध्या
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) की धर्म सभा से एक दिन पहले अयोध्या को सुरक्षाबलों ने किले में तब्दील कर दिया है. बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं.
उत्तर प्रदेश पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप-महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किए गए हैं. धर्म सभा के मद्देनजर 13 जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. शिवसेना को रैली करने की इजाजत सरकार ने नहीं दी है.
राम मंदिर की मांग उठाई
हाल ही में जारी एक पर्चे में विहिप ने मंदिर निर्माण की बात जोर शोर से उठाई है. इसमें लिखा गया है, ‘सौगंध राम की खाते हैं, हम मंदिर भव्य बनाएंगे.’ धर्म सभा के आयोजकों का दावा है कि भगवान राम के तीन लाख से अधिक भक्तों के इस सभा में आने की उम्मीद है.
बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं रामभक्त
रविवार को VHP की तरफ से अयोध्या में धर्मसभा का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम में 2 लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. VHP की तरफ से साफ किया गया है कि राम मंदिर निर्माण को लेकर यह आखिरी धर्मसभा है. इस धर्मसभा की तैयारी के लिए RSS और VHP की तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है. पूरे देश के रामभक्त इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी और रायबरेली से भी करीब 30 हजार रामभक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं.
RSS संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि यह धर्मसभा काशी, अवध, कानपुर और गोरक्ष प्रांत से रामभक्तों को एकत्रित कर के अयोध्या भेजेगी. अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार आरएसएस और उसके अनुसांगिक संगठन जिसमें बीजेपी भी शामिल है, राहुल और सोनिया गांधी के गढ़ अमेठी और रायबरेली से रविवार को अयोध्या के लिए लगभग 33,000 राम भक्त भेजे हैं. कुछ रामभक्त शनिवार को ही अयोध्या पहुंच चुके हैं, जबकि अन्य रविवार को अयोध्या के लिए रवाना होंगे.
अखाड़ा परिषद ने बनाई दूरी
अयोध्या में विहिप और शिवसेना की तरफ से आयोजित धर्म सभा से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने दूरी बना ली है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि हम दोनों की सभा में नहीं जाएंगे. साथ ही अखाड़ा परिषद ने सुप्रीम कोर्ट की तरफ से राम मंदिर के फैसले पर हो रही देरी पर कहा की कोर्ट से फैसला होना मुश्किल लग रहा है इसलिए संतों की राय है कि राम मंदिर के लिए कानून बने. लेकिन सभी लोग राम मंदिर के मुद्दे को भुनाते हैं बीजेपी कहती तो है कि हम राम मंदिर बनाएंगे पर कोई स्पष्ट निर्णय आना मुश्किल लग रहा है. अगर बीजेपी को राम मंदिर बनाना ही है तो कानून लाकर भव्य राम मंदिर का निर्माण कराए.
कल पहुंचे थे ठाकरे
बता दें कि उद्धव ठाकरे अपने परिवार के साथ शनिवार को अयोध्या पहुंचे थे. उन्होंने शाम को सरयू नदी किनारे आरती की. उनके साथ उनकी पत्नी और बेटे मौजूद थे. इससे पहले उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित किया था. उद्धव ठाकरे ने मराठी शब्दों से अपने भाषण की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा था कि मैं यहां सिर्फ भगवान राम के दर्शन करने आया हूं. अब मैं यहां बार-बार आऊंगा. इस देश का हर हिंदू चाहता है कि जहां भगवान राम का जन्मस्थल है, वहां मंदिर बनना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि याद उसे किया जाता है जिसे हम भूलते हैं. राम लला को हम कभी नहीं भूल सकते. हिंदुत्व हमारे खून में है. हमें आज मंदिर बनने की तारीख चाहिए
मैं राजनीति करने नहीं आया ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं अयोध्या राजनीति करने नहीं आया हूं. अब इस मामले में हिंदू चुप नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि जैसे सरकार ने नोटबंदी का फैसला लिया, उसी तरह राम मंदिर बनाने का भी फैसला लिया जाना चाहिए. शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘हमें आज मंदिर बनाने की तारीख चाहिए. पहले मंदिर कब बनाओगे वह बताओ, बाकी बातें तो बाद में होती रहेंगी. आज मुझे तारीख चाहिए.’
बता दें शिवसेना ने शनिवार को यहां ‘आशीर्वाद उत्सव’ का आयोजन किया था. विहिप रविवार को धर्मसभा का आयोजन कर रही है. इसके लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी अयोध्या पहुंच गए हैं. अयोध्या हवाई पट्टी पर उनका शिवसैनिकों ने जोरदार स्वागत किया. पूरी हवाई पट्टी को फूलों से सजाया गया था. वह परिवार संग लक्ष्मण किला पहुंचे. वहां उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की.