भाजपा नेता हिमंत बिस्वा शर्मा ने अपने एक बयान में कहा है कि चुनाव के बाद हमारे पास सारे विकल्प खुले हुए हैं। अगर हमें सम्मानजनक सीटें मिलती हैं, तो कांग्रेस, एमएनएफ (मिजो नेशनल फ्रंट) और जेडएनपी (जोरम नेशनलिस्ट पार्टी) में हमारे कई साथी मौजूद हैं। तीनों पार्टी के नेताओं के लिए व्यक्तिगत तौर पर हमारे दरवाजे खुले हुए हैं। इस दौरान हिमंत बिस्वा ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि उनकी मर्जी के बिना कांग्रेस पार्टी के नेता विवादास्पद बयान नहीं दे सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि भाजपा धर्म की राजनीति कर रही है। हम केवल भारतीय सभ्यता के बारे में बात करते हैं, जिसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन राहुल गांधी कांग्रेस के नेताओं जैसे शशि थरूर, कमलनाथ और सीपी जोशी को बढ़ावा दे रहे हैं और वे लोग स्पष्ट रूप से धर्म पर राजनीति कर रहे हैं। हिमंत ने कहा कि इन नेताओं को राहुल गांधी का समर्थन मिला हुआ है। राहुल गांधी और सोनिया गांधी के समर्थन के बिना कांग्रेस में पत्ता तक नहीं हिलता है। इस बात पर विश्वास नहीं किया जा सकता है कि राहुल गांधी की अनुमति के बिना शशि थरूर, कमलनाथ और सीपी जोशी ऐसे बयान दे रहे हैं।
बता दें कि विधानसभा चुनाव में हर दिन नए सियासी बयान निकल कर सामने आ रहे हैं। कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने गुरुवार को नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र के सेमा गांव में प्रचार के दौरान कहा कि हिन्दू धर्म की बात ब्राह्मण जानते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से प्रधानमंत्री मोदी, साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती की जाति के बारे में पूछ लिया। डॉ. जोशी ने कहा कि इस देश में धर्म के बारे में जानते हैं तो पंडित जानते हैं। उन्होंने कहा कि अब साध्वी ऋतम्भरा, उमा भारती और नरेंद्र मोदी हिन्दू धर्म की बात करते हैं। अब यह ब्राह्मणों का काम नहीं।
वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का वीडियो सोशल मीडिया पर फिर चर्चा में है। मुस्लिम बहुल मतदान केंद्रों पर वोटिंग की अपील संबंधी इस वीडियो को भाजपा द्वारा मुद्दा बनाए जाने पर कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है। वीडियो में वह यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि ‘आप लोगों के मतदान केंद्र पर 90 फीसद मतदान नहीं हुआ तो हमें बहुत नुकसान हो सकता है।’