एफबीआई के पूर्व निदेशक जेम्स कोमी और पूर्वी अटॉर्नी जनरल लॉरेटा लिंच को अगले महीने हिलेरी क्लिंटन ई-मेल मामले की जांच से जुड़े केस में कांग्रेस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. कोमी 3 दिसंबर और लिंच 4 दिसंबर को गवाही के लिए पेश हो सकती हैं.
कोमी ने गुरुवार को इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस की न्यायिक कमेटी की ओर से समन मिला है. हालांकि, कोमी ने साफ किया कि वो बंद कमरे में सवालों के जवाब नहीं देंगे. कोमी ने कहा, “मैं बंद कमरे में सवालों के जवाब नहीं दूंगा क्योंकि मैं काफी रहस्योद्घाटनों और तोड़-मरोड़कर पेश की गई बातों का सामना कर चुका हूं. सुनवाई होने दीजिए और हर किसी को इसे देखने के लिए आमंत्रित कीजिए.”
पूर्व अटॉर्नी जनरल लॉरेटा लिंच ने इस मुद्दे पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार कोमी और लिंच पर हिलेरी क्लिंटन को निजी सर्वर मामले में बचाने का आरोप लगा चुके हैं. हिलेरी पर बराक ओबामा सरकार में विदेश मंत्री रहते हुए ई-मेल के लिए निजी सर्वर के इस्तेमाल का आरोप लगा है.