जगदलपुर(छत्तीसगढ़) : छत्तीसगढ़ में पुलिस द्वारा चलाये गये नक्सल विरोधी अभियान के दबाव में आकर व जनजागरण अभियान से प्रेरित होकर, समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की इच्छा, आंध्रप्रदेश के बड़े नक्सली लीडरों की प्रताड़ना एवं भेदभाव से प्रताडि़त होकर तीन सक्रिय और इनामी नक्सलियों ने सुकमा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने बुधवार को बताया कि बेको मुके उर्फ पार्वती करांडी एलओएस सदस्य निवासी कालाहांडी उड़ीसा इनामी एक लाख रुपये, सोढ़ी जोगा पूर्व दक्षिण बस्तर डिवीजन कम्यूनिकेशन टीम कमांडर निवासी भेज्जी एवं वेट्टी रामा पूर्व नागाराम जनताना सरकार अध्यक्ष व स्थायी वारंटी निवासी जगरगुंडा ने बगैर हथियार आत्मसमर्पण किया है।
उन्होंने बताया कि समर्पित महिला नक्सली वेको मुके साल 2016 में ओडि़सा कालाहांडी के ग्राम कोटलन के पास और 2017 में ग्राम मिरकुल के पास पुलिस गश्त पार्टी पर फायरिंग की घटना में शामिल रही है। समर्पित नक्सली सोढ़ी जोगा, कोंटा थाने के ग्राम आसरीगुड़ा के निकट जवानों के ट्रेक्टर में आईईडी ब्लास्ट, थाना चिंतागुफा के ताड़मेटला में एंबुश तथा 2011 में थाना चिंतलनार के तिम्मापुरम के निकट पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहा है। इसी प्रकार आत्मसमर्पित नक्सली वेट्टी रामा वर्ष 2013 में थाना चिंतागुफा के ग्राम मिनपा अस्थायी पुलिस कैम्प पर फायरिंग में शामिल था।