छपरा : अगर आप को मांझी रेलवे स्टेशन से छपरा की 20 किलोमीटर की यात्रा करनी है तो छपरा नहीं बल्कि 50 किलोमीटर दूर मशरख, दिघवारा या एकमा रेलवे स्टेशन का टिकट लेकर यात्रा करनी होगी। यह खेल महीनों से चल रहा है। यात्री मजबूरन आगे के स्टेशनों का टिकट लेकर यात्रा करने को विवश है। मांझी स्टेशन से डाउन तथा अप साइड के कई स्टेशनों का टिकट महीनों से नहीं मिल रहा है। टिकट नहीं मिलने के कारण यात्री अपने गंतव्य स्थान से बदले दूसरे स्टेशनों का टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं। गंतव्य स्थान का टिकट नहीं मिलने का कारण आयेदिन स्टेशन संचालक तथा यात्रियों के बीच नोकझोंक होती रहती है। मांझी रेलवे स्टेशन पर एक एक्सप्रेस सहित चार ट्रेन अप साइड तथा एक एक्सप्रेस सहित चार डाउन ट्रेनों का ठहराव होता है। बात करते है डाउन साइड की ट्रेनों की तो, मांझी से तीसरा स्टॉपेज छपरा जंक्शन है। छपरा तक तीन में से किसी भी स्टेशन का टिकट नही मिल रहा है। मांझी से छपरा की तरफ किसी भी स्टेशन की यात्रा करनी है तो, मशरख, दिघवारा या एकमा का टिकट लेकर यात्रा करनी पड़ रही है। अप साइड की बात करें तो, बकुल्हा, सुरेमनपुर, दल छपरा, रेवती, सहतवार सहित फेफना जंक्शन तक का टिकट नही मिल रहा है।
गंतव्य स्थान का टिकट नही मिलने का कारण यात्री आर्थिक बोझ झेल रहे है। मांझी से छपरा का किराया मात्र दस रुपया है, लेकिन टिकट नहीं होने के कारण पन्द्रह रुपये का टिकट लेकर यात्रा करने को मजबूर हैं। 15 रुपया नहीं रहने के कारण कई यात्री मांझी से टिकट नहीं लेकर अगले स्टेशन से टिकट लेते है। अप साइड जाने वाले यात्री भी इसी तरह बकुल्हा या सुरेमनपुर से टिकट ले कर यात्रा करते है। मांझी स्टेशन पर जेटीबीएस सिस्टम नहीं होने के कारण यात्री काफी परेशान है। जेटीबीएस सिस्टम लग जाने से किसी भी स्टेशन की टिकट आसानी से मिल जायेगी। वर्तमान समय में तो, यात्रा करनी है कहीं तो, टिकट कही और का लेकर यात्रा करनी पड़ रही है। अभी तो ना ही सीनियर सिटीजन टिकट, नाही चाइल्ड टिकट और नाहीं गंतव्य स्थान का टिकट मिल पाता है। जिस कारण यात्रियों को आर्थिक शोषण का शिकार भी होना पड़ रहा है। स्टेशन की संचालक जुबैदा खातून ने बताया कि कई स्टेशनों का टिकट खत्म हो गया। टिकट की मांग की गयी है अभी तक नही मिला हैं। मई माह में इंडेंट हुआ है, लेकिन अभी तक नही मिला है। टिकट नही रहने के कारण यात्री को दूसरे स्थान का टिकट दिया जा रहा है ।