ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने रविवार को अपनी कंजरवेटिव पार्टी के बागी सांसदों को चेतावनी दी कि नेता पद से उन्हें हटाने से ब्रेक्जिट के बाद यूरोपीय संघ के साथ ब्रिटेन के भावी संबंधों पर संघ के साथ वार्ता प्रक्रिया कठिन हो जाएगी. इस हफ्ते 28 सदस्यीय यूरोपीय संघ से हटने से संबंधित समझौता हो जाने की घोषणा होने के बाद ब्रिटेन राजनीतक संकट से जूझ रहा है. दो कैबिनेट मंत्री और दो जूनियर मंत्रियों ने मे मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और उनकी पार्टी के कुछ सांसदों ने अविश्वास पत्र सौंपे हैं. यदि मे की पार्टी के कम से कम 15 फीसद सांसद यानी 48 सांसद यह कहते हुए पत्र सौंपते हैं कि वह उनका समर्थन गंवा बैठी हैं तो उन्हें अविश्वास अविश्वाास प्रस्ताव का सामना करना पड़ सकता है.
खबरों के अनुसार पार्टी की प्रभावशाली 1922 समिति 48 सांसदों के संख्याबल के करीब पहुंच रही है जो नेतृत्व की प्रतिस्पर्धा के लिए जरुरी है. मे ने समझौते को यथासंभव श्रेष्ठ समझौता बताकर संघर्ष का निश्चय किया है. उन्होंने रविवार को टेलीविजन साक्षात्कार में कहा, ‘‘राजनीति एक कड़ा कारोबार है और मैं इसमें लंबे समय से हूं. ’’उन्होंने कहा कि अगले सात दिन ब्रिटेन के भविष्य के लिए अहम होने जा रहे हैं और यह कि वह 25 नवंबर को यूरोपीय परिषद के आपात सम्मेलन से पहले यूरोपीय संघ के नेताओं से मिलने ब्रसेल्स जायेंगी.