पंजाब के अमृतसर जिले के संत निरंकारी आश्रम में हुए हमले की जांच में नया खुलासा हुआ है. सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने आशंका जताई है कि इस हमले में स्थानीय युवकों का हाथ हो सकता है. शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि रविवार को हुए हमले से पहले दो बार आश्रम की रेक्की की गई थी, हमलावर को पहले से ही इस बात की जानकारी थी कि हर रविवार को ही समागम होता है और सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु इक्ट्ठा होते हैं.
खालिस्तानी समर्थिक गुटों ने दिया ग्रेनेड
सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, रविवार को आश्रम में ब्लास्ट करने के लिए खालिस्तानी समर्थिक गुटों की तरफ से दोनों युवकों को ग्रेनेड मुहैया कराया गया होगा. वहीं, खुफिया एजेंसियों ने आशंका जताई है कि कनाडा और यूके में रहने वाले खालिस्तानी समर्थित गुट पंजाब में दंगे फैलाने की कर रहे हैं. एजेंसियों को शक है यूएई के एक शूटिंग क्लब से खालिस्तानी गुट पंजाब में आतंक फैलाने की कर रहे हैं.
सुराग देने वालों को मिलेगा इनाम-सीएम
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर में निरंकारी भवन पर हमला करने वालों का सुराग देने वालों को इनाम देने की घोषणा की है. सीएम ने कहा कि जो शख्स हमलावरों के बारे में बताएगा, उसे 50 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी. मेरी लोगों से अपील है कि वे इसे गंभीरता से लें और आरोपियों को पकड़ने में पुलिस की मदद करें. इस संबंध में कोई भी सूचना पुलिस हेल्पलाइन नंबर 181 पर दे सकते हैं.
समागम में मौजूद थे 200 श्रद्धालु
अमृतसर के निरंकारी भवन में एक धार्मिक समागम में जुटे करीब 200 श्रद्धालुओं को उस वक्त अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा, जब वहां रविवार को मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने एक हथगोला फेंका. निरंकारियों पर हुए हमले के बाद घटना के दृश्य को याद करते हुए प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वे दहशत में और स्तब्ध हैं. उन्होंने बताया कि अमृतसर के बाहरी इलाके में स्थित इस भवन में हथगोला फेंके जाने से पहले तक यह रविवार का एक आम समागम था.
एयरपोर्ट के पास हुआ हमला
अमृतसर के राजा सांसी के समीप अदलिवाला गांव में निरंकारी भवन में निरंकारी पंथ के धार्मिक समागम के दौरान यह विस्फोट हुआ. यह स्थान अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के समीप है.