रायपुर : छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के लिए महज तीन दिन शेष हैं, आरोप-प्रत्यारोप भी चरम पर है। ऐसे में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रमुख अजीत जोगी ने प्रेसवार्ता कर शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि उनका भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि मर जाऊंगा पर भाजपा को समर्थन नहीं दूंगा। सूली पर लटकना पसंद करुंगा, लेकिन भाजपा से समर्थन संभव नहीं है। मैं सर्व धर्म के पवित्र ग्रंथों पर हाथ रखकर शपथ लेता हूं कि भारतीय जनता पार्टी को न समर्थन दूंगा और न ही समर्थन लूंगा। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ प्रदेश में काफी मजबूत स्थिति में है, हमारी पार्टी अपने दम पर सरकार बनाएगी।
अजीत जोगी ने शनिवार की सुबह प्रेसवार्ता करते हुए स्पष्ट किया कि हम किसी हालत में भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। कुछ दिन पहले भाजपा के केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए अजीत जोगी को अपना मित्र बताया था और साथ ही भाजपा के साथ आने की बात कही थी। इसी के बाद जोगी के इस बयान ने कांग्रेस में भूचाल ला दिया था। जिसको लेकर कांग्रेस के नेताओं ने अजीत जोगी की पार्टी को भाजपा की बी टीम बताते हुए हमलावर हो गई थी।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले जनता कांग्रेस प्रमुख अजीत जोगी ने यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि बहुमत न मिलने पर भाजपा के साथ जा सकते हैं। राजनीति में कुछ भी संभव है। लेकिन शुक्रवार को बसपा प्रमुख मायावती ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हमें बहुमत नहीं मिलता है तो हमारी पार्टी विपक्ष के साथ जाना पसंद करेगी। हम विपक्ष में बैठेंगे। इसी के साथ अजीत जोगी के सुर बदल गए और उन्होंने आनन-फानन में अपना बयान बदलते हुए कहा कि मीडिया ने हमारी बात को तोड़-मरोड़कर पेश किया है। हमने भाजपा के साथ जाने की बात नहीं की।