धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड पहला राज्य है जिसने वर्ष 2020 में योग को शिक्षा प्रणाली में लागू किया और आज राज्य का उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) 48 प्रतिशत से अधिक हो गया है। देश के विभिन्न हिस्सों से छात्र उत्तराखंड में अध्ययन के लिए आ रहे हैं और राज्य सरकार का लक्ष्य है कि विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति और परंपरा से जोड़ने वाला पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर कोई छात्र ज्योतिष पढ़ना चाहें तो उन्हें यह सुविधा दी जाएगी, संस्कृत सीखना चाहें तो संस्कृत पढ़ाई जाएगी और यदि वह महाभारत का अध्ययन करना चाहें तो उसे भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है। भारतीय दर्शन, परंपरा और ज्ञान को माध्यमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक सिलेबस में शामिल किया जा रहा है।
चारधाम यात्रा की तैयारियों के बारे में उन्होंने बताया कि इस बार यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को परेशानी न हो, इसके लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी मरीज को 15 मिनट के भीतर अस्पताल में भर्ती कराया जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं और केदारनाथ तथा बद्रीनाथ में नए अस्पतालों का निर्माण भी किया जा रहा है।
धन सिंह रावत ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर उत्तराखंड की उपलब्धि पर भी बात की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जहां यूसीसी को सफलतापूर्वक लागू किया गया है और इसे लेकर किसी प्रकार का विरोध देखने को नहीं मिला। अन्य राज्यों को भी उत्तराखंड से प्रेरणा लेकर इसे अपनाना चाहिए।
कांग्रेस द्वारा उन्हें विदेश मंत्री कहे जाने पर कटाक्ष करते हुए धन सिंह ने कहा कि उन्होंने पिछले आठ वर्षों में केवल तीन बार विदेश यात्रा की है और वह भी पूरी तरह सरकारी प्रक्रिया के तहत। उनके दौरे पूरी तरह पारदर्शी और सरकार की अनुमति से होते हैं। दूसरी ओर राहुल गांधी हैं जो बिना किसी सरकारी प्रणाली के विदेश जाते हैं। कांग्रेस अपने मंत्रियों से पूछे, राहुल गांधी से पूछे कि वह विदेश दौरे पर क्यों जाते हैं। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए इस तरह की टिप्पणियां की जा रही हैं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के भाजपा में आने की अटकलों को लेकर सवाल किए जाने पर धन सिंह रावत ने कहा कि हरीश रावत एक वरिष्ठ और अच्छे नेता हैं। भाजपा के दरवाजे खुले हैं और अगर वह आना चाहें तो यह निर्णय पूरी तरह उनके ऊपर निर्भर करता है।