पुलिस ने कुछ दिनों पहले ही पटना के दानापुर सहित कई इलाकों में राजद नेता के ठिकानों पर छापेमारी की थी। रीतलाल यादव पर एक बड़े बिल्डर ने रंगदारी और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। इसी मामले में दानापुर कोर्ट में उन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ सरेंडर किया।
विधायक रीतलाल यादव के वकील ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मेरे क्लाइंट विधायक को एकदम यह पता चला कि उनके विरुद्ध उस बिल्डर ने बनावटी और झूठा केस दर्ज किया है। उस बिल्डर के साथ न तो उनकी कोई बातचीत थी, न ही वे उसे जानते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “यह केस उसने किसके कहने पर किया, किसके उकसावे पर किया और किस षड्यंत्र के तहत किया, यह कह पाना फिलहाल मुश्किल है। लेकिन जो स्पष्ट है, वह यह कि मेरे क्लाइंट पर एक झूठा और बनावटी मामला दर्ज किया गया है।”
वकील ने बताया कि जैसे ही विधायक रीतलाल यादव को इस मामले की जानकारी मिली, उन्होंने अदालत में आत्मसमर्पण का फैसला लिया। उन्होंने कहा, “जैसे ही उन्हें इस केस की जानकारी मिली, उन्होंने आज न्यायालय में उन तमाम अभियुक्तों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया, जिनका नाम इस मामले में आया है।” वकील के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में विधायक रीतलाल यादव के अलावा चिक्कू, पिंकू यादव और सरवन शामिल हैं। इन सभी ने बुधवार को दानापुर कोर्ट में सरेंडर किया।
वकील ने यह भी जानकारी दी कि अभी तक जमानत याचिका दाखिल नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि यह मामला खगोल थाना में दर्ज किया गया था और पुलिस इस केस में जांच कर रही है। फिलहाल न्यायालय ने सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वकील ने दोहराया कि उनके क्लाइंट पूरी तरह निर्दोष हैं और जल्द ही कानून के तहत अपनी बेगुनाही साबित करेंगे।