अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने डीसी सर्किट अपील अदालत में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ब्रेट कावानाह की जगह लेने के लिये भारतीय-अमेरिकी नेओमी राव को नामित किया है. उन्होंने कहा कि वह विलक्षण हैं. वह उत्कृष्ट व्यक्ति हैं. अमेरिका की डीसी सर्किट अपील अदालत को अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के बाद सबसे शक्तिशाली माना जाता है. इस संबंध में व्हाइट हाउस बुधवार को औपचारिक घोषणा कर सकता है.
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दीपावली के जश्न के दौरान मंगलवार को कहा कि मैंने जस्टिस ब्रेट कावानाह की जगह अभी-अभी नेओमी को डीसी सर्किट अपील अदालत के लिये नामित किया. राव ने अमेरिका की शक्तिशाली अदालत के लिये नामित कर स्वयं पर ‘भरोसा’ जताने के लिये राष्ट्रपति के प्रति आभार प्रकट किया. सीनेट से पुष्टि होने पर डीसी सर्किट अपील अदालत में श्री श्रीनिवासन के बाद 45 वर्षीय राव दूसरी भारतीय अमेरिकी न्यायाधीश होंगी।
डीसी सर्किट अपील अदालत के पास महत्वपूर्ण नियामक, राष्ट्रीय सुरक्षा और शक्तियों के पृथक्करण जैसे विषयों पर सुनवाई करने का अधिकार है. राव फिलहाल सूचना एवं विनियामक मामलों के कार्यालय (ओआईआरए) में प्रशासक हैं. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दीपावली के जश्न के दौरान अमेरिका में भारतीय राजदूत नवतेज सिंह सरना की मौजूदगी में ये घोषणा की.
अमेरिका की शक्तिशाली कोर्ट में अपने नामांकन के लिए नियोमी राव ने डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया है. अगर सीनेट से राव के नामांकन को मंजूरी मिल जाती हैं तो वे श्री श्रीनिवासन के बाद डीसी सर्किट कोर्ट में दूसरी भारतीय अमेरिकन जज होंगी, जिसके अधिकार क्षेत्र में महत्वपूर्ण नियामक, राष्ट्रीय सुरक्षा, शक्तियों का बंटवारा आता है.
राव वर्तमान में सूचना एवं नियामक मामलों के कार्यालय ( ओआईआरए) में अधिकारी हैं. जुलाई 2017 में सीनेट द्वारा 54-41 के मतदान से उन्हें इस पद पर चुना गया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कानूनी हलकों में राव एक सम्मानित नाम हैं.