मरांडी ने रांची में हाल की घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर सरकार को घेरा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीधे सोरेन को संबोधित करते हुए लिखा, हेमंत सोरेन जी, आपको यदि रमज़ान का इफ्तारी खाने और ईद की बधाईयां देने से फुर्सत मिल गई हो, तो राजधानी रांची में दो दिनों के भीतर हुई दो नृशंस हत्याओं की जिम्मेदारी भी लें।
उन्होंने अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए आगे लिखा, आपके द्वारा पोषित अपराधियों का वार इतना घातक है कि जनता असमय ही काल के गाल में समा जा रही है। सुहागिनों का सिंदूर मिट जा रहा है, बच्चे अनाथ हो रहे हैं, पूरा परिवार उजड़ जा रहा है। विपक्ष तो आपका हर वार झेल जाएगा। लेकिन, संरक्षित अपराधियों द्वारा जनता पर वार मत कराइए। डायलॉगबाजी छोड़कर कानून व्यवस्था को दुरुस्त करिए, अन्यथा विपक्ष भी वार का पलटवार करना जानता है।
उन्होंने एक अन्य सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि रामनवमी का त्योहार निकट है और इससे पहले कानून व्यवस्था की दयनीय स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। आखिर कब तक सरकार की निष्क्रियता की कीमत आम नागरिकों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी?
मरांडी ने सीएम से सवाल किया, आखिर कितने लोगों की जान लेने के बाद नींद से जागेंगे हेमंत सोरेन जी? अपराधियों के सामने नतमस्तक हो जाने वाली ऐसी रीढ़विहीन सरकार झारखंड ने आज तक नहीं देखी। पूरा प्रदेश कानून व्यवस्था के संक्रमण काल के दौर से गुजर रहा है। झारखंड के डीजीपी सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने, पर्याप्त बलों की तैनाती का निर्देश दें, ताकि आमजनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।