नई दिल्ली। लाओस में भारतीय दूतावास ने गोल्डन ट्राइंगल स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन के भीतर साइबर स्कैम सेंटर में फंसे 53 भारतीय युवकों को सफलतापूर्वक बचाया है। दूतावास ने पुष्टि की है कि बचाए गए सभी भारतीय सुरक्षित हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करके उनके प्रत्यावर्तन की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
भारतीय दूतावास ने गुरुवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा भारतीय दूतावास ने गोल्डन ट्राइंगल स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन में साइबर स्कैम सेंटर से 53 भारतीय युवकों को बचाया है। वर्तमान में दूतावास की देखभाल में, उनके सुरक्षित भारत लौटने के लिए लाओ अधिकारियों के सहयोग से उनकी निकास औपचारिकताएं चल रही हैं। दूतावास ने यह भी पुष्टि की है कि यहां धोखाधड़ी के चंगुल में फंसे अन्य 27 भारतीयों को बचाने के प्रयास भी जारी हैं।
गौरतलब है कि लाओस के बोकेओ प्रांत में गोल्डन ट्राइंगल स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन अवैध गतिविधियों का केंद्र बन गया है, जिसमें फ़िशिंग, क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी और ऑनलाइन जुआ घोटाले जैसे साइबर घोटाले से लेकर ड्रग और मानव तस्करी जैसे अत्यधिक खतरनाक अपराध शामिल हैं।
हाल के दिनों में इस क्षेत्र में बेहतर नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले एजेंटों के शिकार लोगों की संख्या में काफी इजाफा देखा गया है, जिनमें भारतीय व्यक्ति भी शामिल रहे हैं। हालांकि भारतीय दूतावास ने बार-बार अपंजीकृत एजेंटों से नौकरी के प्रस्ताव स्वीकार करने और काम के लिए पर्यटक वीजा पर यात्रा करने के खिलाफ चेतावनी जारी की है। इसके अलावा पिछले दिनों दूतावास की ओर से स्कैम के शिकार काफी लोगों को स्थानीय अधिकारियों की मदद से छुड़ाया गया है और उनकी घर वापसी सुनिश्चित की गई है।
दूतावास प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल सहायता प्रदान करने और मार्गदर्शन के लिए आधिकारिक चैनलों के माध्यम से लगातार संपर्क साध रहा है। वहीं दूसरी ओर भारत सरकार भी पीड़ितों का समर्थन करने और अवैध रोजगार नेटवर्क को खत्म करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है।