उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान दिल्ली में 550 से ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक खोले गए थे, जहां इलाज, दवाई और टेस्ट मुफ्त किए जाते थे।
जैन ने आरोप लगाया कि अब भाजपा सरकार 250 से ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक बंद करने की तैयारी कर रही है, जो दिल्ली की जनता के लिए हानिकारक होगा।
उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में सरकारी जमीन नहीं है, वहां किराए पर जमीन लेकर मोहल्ला क्लीनिक चलाना कोई गलत बात नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि दिल्ली के कई सरकारी कार्यालय किराए पर चल रहे हैं, तो फिर मोहल्ला क्लीनिक क्यों नहीं चल सकते?
वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने 6 मार्च को मोहल्ला क्लीनिक बंद करने का आदेश जारी किया था। मंत्री ने बताया कि करीब 250 मोहल्ला क्लीनिक किराए के मकान में चल रहे हैं, जिनमें से कई केवल कागजों पर ही चल रहे हैं। इन क्लीनिकों को हर महीने 20 से 25 हजार रुपए किराया दिया जा रहा था, साथ ही बिजली का खर्च अलग से होता था। इस प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया गया है।
मंत्री पंकज कुमार सिंह ने कहा कि ये मोहल्ला क्लीनिक भ्रष्टाचार के अड्डा बन गए हैं। इसी कारण इन क्लीनिकों को बंद कर दिया जाएगा। दिल्ली सरकार ने अब सरकारी जमीन पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शुरू करने की योजना बनाई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आम आदमी पार्टी की पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि उसने दिल्ली की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को बर्बाद किया है।