रायपुर : छत्तीसगढ़ में राजनीति का पारा चढ़ता नजर आ रहा है। राहुल गांधी 9 नवंबर और 10 नवंबर को जनसभाएं करने के बाद दिल्ली चले गए थे, लेकिन छत्तीसगढ़ की सियासत में हलचल उठते ही कांग्रेस ने फिर से राहुल गांधी की जनसभाओं की तारीख तय कर दी है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 13 और 14 नवंबर को छत्तीसगढ़ में द्वितीय चरण के चुनाव प्रचार के लिये दो दिवसीय दौरे पर आएंगे। मतलब साफ है कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 13 नवंबर मंगलवार को रायपुर से हेलिकाप्टर द्वारा दोपहर 12 महासमुंद, दोपहर 1.30 बजे बलौदाबाजार, दोपहर 3 बजे जांजगीर-चांपा शाम 4.30 बजे खरसिया, रायगढ़ की जनसभा में शामिल होंगे। राहुल गांधी 14 नवंबर को बुधवार को 11.30 बजे हेलिकाप्टर द्वारा रंजना कटघोरा जायेंगे। दोपहर 12 बजे रंजना, कटघोरा, कोरबा, दोपहर 2 बजे तखतपुर, बिलासपुर, दोपहर 3.30 बजे कवर्धा, शाम 5 बजे भिलाई की जनसभा में शामिल होने के बाद रायपुर आकर इंडिगों की नियमित विमान सेवा द्वारा रायपुर से दिल्ली के लिये रवाना होंगे।
राहुल के दौरे से दूसरे दलों में हलचल मच गई है। सभी पार्टियों के बड़े चेहरे छत्तीसगढ़ में जनसभाएं करने में लगे हुए हैं। 9 और 10 नवंबर के प्रवास पर राहुल ने कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी किया था, पत्र में उन्होने मुख्यत: 9 बिन्दुओं पर फोकस किया था । जिसमें उन्होने कांग्रेस सरकार के गठन के 10 दिनों के भीतर किसानों के लिए तत्काल ऋण छूट देनी की घोषणा की थी । स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार कृषि क्षेत्र पर प्रमुखता से ज़ोर देते हुए विभिन्न फसलों के लिए एमएसपी तय करना भी शामिल किया था। चावल के लिए एमएसपी 2500/ क्विंटल और मक्का 1700/ क्लिंटल पर तय किया था। घोषणापत्र में 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों के लिए उन्हें समर्थन देने के लिए पेंशन का प्रावधान भी शामिल किया था। राहुल ने घोषणा पत्र में बिजली के घरेलू खपत हेतु बिल आधे करने व शहरी और ग्रामीण परिवारों के लिए आवास का प्रावधान और भूमि देने का भी वादा किया था।