सपा ने प्रदेशवासियों को सिर्फ बांटने का काम किया, कभी आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास नहीं किया: सीएम योगी

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कई कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। इसमें एक कॉरिडोर प्रयागराज से मां विंध्यवासिनी धाम होते हुए काशी तक के लिए जाता है। वहीं दूसरा कॉरिडोर गोरखपुर के आसपास के क्षेत्र में तैयार हुआ है। इसके अलावा अयोध्या के आसपास के क्षेत्र में तैयार हुआ है। वहीं लखनऊ और नैमिषारण्य के आसपास के क्षेत्र में तैयार हुआ है। मथुरा-वृंदावन के आसपास के क्षेत्र में भी तैयार हुआ है, जहां आ करके देश और दुनिया भर के लाखों श्रद्धालु दर्शन का लाभ ले रहे हैं। वह अपने साथ उत्तर प्रदेश की एक अच्छी धारण लेकर जा रहे हैं। यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां के लोग पहले अपनी पहचान को छुपाते थे।

महाकुम्भ ने प्रदेश के परसेप्शन को नई ऊंचाई दी
सीएम ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के नाम पर लोगों को कमरे और धर्मशालाओं में कपड़े नहीं मिलते थे। उत्तर प्रदेश के नौजवान को अपनी पहचान छुपानी पड़ती थी। आज उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार के कार्यों की वजह से प्रदेशवासियों के सामने अपनी पहचान का संकट खत्म हो गया है। आज उत्तर प्रदेश का परसेप्शन बेहतर हुआ है और महाकुम्भ ने उसको एक नई ऊंचाई दी है। एक नई पहचान दी है। यह वर्ष आजादी के बाद संविधान को लागू करने का अमृत महोत्सव वर्ष है। 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ था। ऐसे में 75 वर्ष पूर्ण होने पर देश में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर से जुड़े पंच तीर्थ स्थल प्रधानमंत्री मोदी ने बनाए। हमारी सरकार लखनऊ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम पर एक राजकीय संस्कृत केंद्र का निर्माण करने जा रही है। यह वर्ष लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 300 जयंती का भी वर्ष है। सरकार ने बजट में उनके लिए घोषणा की है। यह वर्ष भगवान बिरसा मुंडा की डेढ़ सौ वीं जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी का शताब्दी महोत्सव वर्ष भी चल रहा है। यह हमारी सरकार का सौभाग्य है कि हम लोगों ने सामाजिक न्याय से जुड़े हुए इन सभी पुरोधाओं को सम्मान देने का काम किया है। सरकार काशी में संत रविदास की पावन जन्मभूमि धीर गोवर्धनपुर, महर्षि वाल्मीकि की पावन साधना शास्त्री लालपुर और संत तुलसीदास की पावन जन्मस्थली राजापुर को एक भव्य स्वरूप देने का कार्य कर रही है। यह वर्ष काकोरी ट्रेन एक्शन का शताब्दी महोत्सव का वर्ष भी है। सरकार उन सभी क्रांतिकारियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रही है।

प्रदेश में पहली बार 2018 में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का किया गया आयोजन
सीएम योगी ने कहा कि यह वर्ष उत्तर प्रदेश की स्थापना का भी अमृत महोत्सव वर्ष है। 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश के नामकरण का नोटिफिकेशन जारी हुआ था। 24 जनवरी 2018 को पहली बार उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस का आयोजन हुआ था। इससे पहले वर्ष 1950 से लेकर के 2017 तक कभी भी स्थापना दिवस का आयोजन नहीं हुआ। सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की योजना लागू की, जो आज देश की सबसे लोकप्रिय योजना में से एक है। इसे प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला करार दे चुके हैं। इसने उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों को रोजगार की सुविधा दी है। उत्तर प्रदेश के एक्सपोर्ट को बढ़ाकर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की है। सरकार ने वर्ष 2019 में प्रदेश में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना घोषित की। यह प्रदेश के हस्तशिल्पियों और कारीगरों को सम्मान देने का कार्यक्रम है, जो गांव और गांव के पंचायती राज व्यवस्था में अपना योगदान दे रहे हैं। वह गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में अपना योगदान देते थे, लेकिन वह उपेक्षित पड़े हुए थे। सपा ने इन लोगों को बांटने का काम किया, लेकिन कभी उनको आत्मनिर्भरता के मार्ग पर ले जाने का प्रयास नहीं किया। इनके लिए कभी कोई सार्थक पल नहीं की, जिसकी वजह से यह पलायन करने के लिए मजबूर थे। हमने 16 कैटेगरी में इन लोगों की व्यवस्थित ट्रेनिंग, बैंक से सस्ता लोन उपलब्ध करवाया। आज देश में पीएम विश्वकर्मा के रूप में योजना चल रही है।

ग्लोबल इंवेस्टर समिट देश का सबसे सफलतम समिट रहा
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने 2020 का वर्ष महिला सशक्तिकरण के संबंध में समर्पित किया। महिला सुरक्षा, महिला सम्मान और महिला स्वावलंबन के अनेक कार्यक्रम संचालित किये गये। वर्ष 2021 को युवाओं के समर्पित किया गया था, जिसमें प्रदेश के युवाओं को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने के लिए टैबलेट स्मार्टफोन के साथ जोड़ने का काम किया गया। इसके अलावा वर्ष 2022 को आजादी का अमृत महोत्सव और चौरी चौरा महोत्सव की शताब्दी महोत्सव के रूप में मनाया गया। वर्ष 2023 को निवेश और रोजगार से जोड़ने का काम किया। इस वर्ष में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया गया, जो देश का सबसे सफलतम समिट में से एक था। इसमें 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। वहीं वर्ष 2024 में 500 वर्षों का इंतजार समाप्त करते हुए अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर का निर्माण किया गया। यह भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और विरासत के प्रति सम्मान का भाव व्यक्त करने का आयोजन था। वर्ष 2025 महाकुम्भ के साथ-साथ मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना को लागू किया। यह योजना 24 जनवरी 2025 को लागू की गई। 1 वर्ष में 1 लाख युवा उद्यमी तैयार करने हैं जबकि पहले ही चरण में एक महीने में 96 लाख से अधिक एप्लीकेशन आ चुकी हैं। 76 लाख से अधिक को क्लिरेंस मिल चुका है। वहीं 24,000 से अधिक को अब तक बैंकों ने लोन के साथ जोड़ने की कार्यवाही कर दी है, जिसमें से 6000 से अधिक को लोन भी प्राप्त हो गया है। इसमें पहले चरण में युवाओं को 5 लाख और दूसरे चरण में 10 लाख तक का लोन फ्री इंटरेस्ट पर उपलब्ध कराया जाएगा। यह प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ रही है।

हर मंडल में विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही सरकार
सीएम ने कहा कि सरकार हर मंडल में एक विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। वर्तमान में मां शाकम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर और राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय अलीगढ़ में क्रियाशील हो चुका है। सरकार ने मां शाकुम्भरी के नाम पर सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर अलीगढ़, महाराजा सुहेलदेव के नाम पर आजमगढ़, मां विंध्यवासिनी के नाम पर मीरजापुर, मां पाटेश्वरी के नाम पर देवीपाटन मंदिर और साथ ही साथ मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय गुरु जंभेश्वर के नाम पर विश्वविद्यालय के स्थापना की करने की कार्रवाई को आगे बढ़ाया है। इसमें से तीन विश्वविद्यालय प्रारंभ हो चुके हैं और तीन विश्वविद्यालय नए सत्र में प्रारंभ जा जाएंगे। कुशीनगर में भी महात्मा बुद्ध के नाम पर भी कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य आगे बढ़ चुका है। जगदगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकूट को राज्य विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता दी गयी है। इसे सरकार संचालित कर रही है। इसके साथ ही सरकार ने निजी क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय बनाने की पॉलिसी पर काम किया है। इसके तहत अब तक बड़े पैमाने पर निजी विश्वविद्यालय बन भी चुके हैं।

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