UN में रूस-यूक्रेन युद्ध से संबंधित एक अहम प्रस्ताव पास हो गया. प्रस्ताव में कहा गया है कि यूक्रेन से रूसी सैनिकों की तत्काल वापसी की जाए.
रूस और यूक्रेन युद्ध को तीन साल पूरे हो गए हैं. युद्ध के तीसरे साल में घुसते ही यूक्रेन के पक्ष में संयुक्त राष्ट्र में बड़ा प्रस्ताव पास हो गया. दरअसल 24 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र महासभा में सोमवार को यूक्रेन से रूसी सैनिकों की वापसी का प्रस्ताव पास हुआ है. यूक्रेन के लिहाज से ये अच्छी खबर है लेकिन इस बार पास हुए प्रस्ताव ने यूक्रेन के लिए टेंशन बढ़ा दी है.
युद्ध को पूर्ण रूप से खत्म करने का शांतिपूर्ण प्रस्ताव
अमेरिका ने महासभा में इस प्रस्ताव को पेश किया था. प्रस्ताव में यूरोपीय देशों द्वारा सुझाए गए कुछ संशोधन किए गए, जिसके बाद प्रस्ताव पास हो गया. प्रस्ताव में युद्ध को पूर्ण रूप से खत्म करने के लिए शांतिपूर्ण हल का आव्हान किया गया है.
24 फरवरी 2022 में शुरू हुआ था युद्ध
खास बात है कि महासभा में प्रस्ताव ऐसे दिन पेश हुआ, जिस दिन रूस-यूक्रेन जंग को शुरू हुए तीन साल पूरे हुए. रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया था. शुरुआत में तो रूस को काफी ज्यादा सफलता मिली लेकिन बाद में यूक्रेन ने भी रूस को टक्कर दी. इसकी वजह अमेरिका और विभिन्न यूरोपीय देशों का यूक्रेन को समर्थन है. हालांकि, पिछले तीन वर्षों के युद्ध में यूक्रेन ने अपना बड़ा इलाका गंवा दिया है.
भारत ने किसे दिया वोट?
भारत इस युद्ध में न यूक्रेन के साथ है और न ही रूस के साथ, भारत दोनों के साथ है. इसी वजह से भारत भी उन 65 देशों में शामिल रहा, जो वोटिंग के दौरान गैर मौजूद रहा.
चीन ने यूक्रेन के खिलाफ डाला वोट
वहीं, चीन ने खुलकर रूस का समर्थन किया. वह उन 18 देशों में शामिल रहा, जो साफ तौर पर रूस के साथ खड़े हैं. चीन के साथ-साथ आर्मेनिया, बोलिविया, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, कांगो, ईरान, मार्शल आइलैंड, सुडान, अल्जीरिया, बुरुंडी, गिनी, निकारागुआ, बेलारूस, क्यूबा, सीरिया और माली ने रूस का साथ दिया और इस प्रस्ताव के खिलाफ में वोटिंग की.