नई दिल्ली : प्रथम विश्व युद्ध के 100 साल पूरे होने के अवसर पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रथम विश्व में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए दुनिया में शांति, सद्भाव तथा भाईचारे का माहौल कायम करने के प्रति एक बार फिर से भारत की वचनबद्धता दोहराई है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हाल के फ्रांस दौरे के समय प्रथम विश्व युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि देने की तस्वीर साझा की। उन्होंने नई दिल्ली की तीन मूर्ति चौक की तस्वीर भी साझा की है। यह तस्वीर इस साल जनवरी माह की है जब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने तीन मूर्ति हाइफा चौक स्मारक पर भारतीय सेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, जैसा कि हम आज भयानक प्रथम विश्व युद्ध के अंत के सौ साल पूरे होने को चिह्नित करते हैं, हम विश्व शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। हम सद्भाव और भाईचारे के माहौल के लिए काम करने के प्रति वचनबद्धता व्यक्त करते हैं ताकि युद्धों के कारण मृत्यु और विनाश न हो। उल्लेखनीय है कि प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में भारत सीधे तौर पर तो शामिल नहीं था लेकिन मैसूर, हैदराबाद और जोधपुर लांसर्स के भारतीय सैनिकों ने इसमें हिस्सा लिया था। भाला और तलवार जैसे हथियारों के साथ बहादुरी से लड़कर भारतीय सैनिको ने तुर्क और जर्मन सैनिकों का मुकाबला कर इजराइल के हाइफा को आजाद कराया था। इस युद्ध में भारत के 44 सैनिक शहीद हुए थे।