केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पिछले कुछ दिनों से अपनी अंतर्कलह के कारण सुर्खियों में है। जांच एजेंसी के दो उच्च अधिकारियों ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। इसी बीच आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर एजेंसी के कर्मचारियों को प्रोत्साहित करेंगे और उनमें सकारात्मकता लाने की कोशिश करेंगे। इसके लिए सीबीआई मुख्यालय में तीन दिनों की वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 150 अधिकारी हिस्सा लेंगे।
वर्कशॉप में हिस्सा लेने वाले अधिकारियों में इंस्पेक्टर से लेकर अंतरिम निदेशक तक शामिल होंगे। सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, ‘इससे सकारात्मकता में सुधार होगा, तालमेल बढ़ेगा और एजेंसी के अंदर एक स्वस्थ वातावरण पैदा होगा।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या इस वर्कशॉप का आयोजन करने से कोई ठोस कदम उठाया जाएगा तो उन्होंने इसपर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
बीते कुछ समय से जांच एजेंसी निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच उपजे विवाद के कारण चर्चा में है। दोनों ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उच्चतम न्यायालय ने इस मामले की जांच करने के लिए सीवीसी को दो हफ्ते का समय दिया है। तीन दिनों की यह वर्कशॉप सोमवार को खत्म होगी। इसी दिन उच्चतम न्यायालय मामले की अगली सुनवाई करेगा। सरकार ने दोनों अधिकारियों को छुट्टी पर भेजा हुआ है और एम नागेश्वर राव को अतंरिम निदेशक बनाया है।
उच्चतम न्यायालय ने अपनी पिछली सुनवाई में राव को किसी भी तरह के नीतिगत फैसले लेने से मना किया था। बता दें कि आलोक वर्मा के नेतृत्व वाली सीबीआई अपने विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को गिरफ्तार करने की योजना बना रही थी। तभी दिल्ली उच्च न्यायालय ने हस्तक्षेप करते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। जांच एजेंसी के निदेशक वर्मा और विशेष निदेशक अस्थाना को न्यायालय ने उनकी जिम्मेदारियों से कुछ समय के लिए वंचित किया हुआ है।