यह बयान तब आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोप से आने वाले उत्पादों पर शुल्क लगाने की योजना की घोषणा की।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, ट्रेड संबंधों पर बात करते हुए वॉन डेर लेयेन ने कहा कि यूरोप और अमेरिका के बीच आर्थिक संबंध बहुत गहरे हैं और लाखों नौकरियां इस साझेदारी पर निर्भर हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका में यूरोपीय कंपनियां 35 लाख लोगों को रोजगार देती हैं, और एक लाख अन्य नौकरियां यूरोप के साथ व्यापार से जुड़ी हुई हैं। कुल मिलाकर दोनों के बीच व्यापार 1.5 ट्रिलियन डॉलर का है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि इस संबंध का बहुत महत्व है क्योंकि यूरोप और अमेरिका, दोनों के रोजगार, व्यवसाय और उद्योग इस साझेदारी से जुड़े हुए हैं। इसलिए, इसे बनाए रखना जरूरी है।
सहयोग को बढ़ावा देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि जब भी आवश्यकता होगी, ईयू कठिन वार्ताओं के लिए पूरी तरह तैयार रहेगा। उन्होंने कहा कि जहां जरूरत होगी, वहां कठिन बातचीत करेंगे और जहां संभव होगा, समाधान निकालेंगे ताकि मजबूत व्यापारिक संबंध बने रहें।
उन्होंने दोहराया कि ईयू अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए खुले विचारों वाला और व्यवहारिक रहेगा, लेकिन वह अपने आर्थिक हितों की रक्षा पूरी दृढ़ता के साथ करेगा।
इससे पहले, यूरोपीय आयोग ने अमेरिका द्वारा तीन देशों पर लगाए गए शुल्क की आलोचना की थी। आयोग ने इसे वैश्विक व्यापार के लिए हानिकारक बताते हुए कहा कि अगर ईयू को निशाना बनाया गया, तो वह जवाबी कदम उठाएगा।
ईयू के एक प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका द्वारा कनाडा, मैक्सिको और चीन पर शुल्क लगाना गलत है। उन्होंने खुले बाजारों और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों के सम्मान के महत्व पर प्रकाश डाला, यह कहते हुए कि ये मजबूत और टिकाऊ आर्थिक विकास के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के शुल्क से अनावश्यक आर्थिक संकट पैदा होगा और महंगाई बढ़ेगी, जिससे सभी को नुकसान होगा।