पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है. पिछले सप्ताह तेज धूप निकलने की वजह से मैदानी इलाकों में गर्मी का एहसास होने लगा था, लेकिन जम्मू-कश्मीर में हुई बर्फबारी के बाद एक बार फिर से तापमान में गिरावट होने लगी.
जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से बर्फबारी और बारिश का दौर शुरू हो गया है. जिसके चलते मैदानी इलाकों में भी पारा गिर गया है. शनिवार के बाद रविवार सुबह भी दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में कोहरा देखने को मिला. इसके साथ ही तापमान में गिरावट के चलते लोगों को फिर से ठंड का एहसास होने लगा. वहीं कश्मीर घाटी में हुई बर्फबारी के चलते कई सड़कें बंद हो गईं. बर्फबारी से उच्च पर्वतीय इलाके बर्फ की चादर से ढक गए.
बर्फबारी से पहाड़ों पर कई रास्ते बंद
मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के भीतर श्रीनगर समेत अधिकांश निचले इलाकों में बारिश हुई है. जिसके तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. वहीं ऊंचे पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से श्रीनगर जिले के कई संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान फिर से बर्फबारी और बारिश का अनुमान जताया है.
शनिवार को जमकर हुई बर्फबारी
मौसम विभाग के मुताबिक, गुलमर्ग समेत उच्च पर्वतीय इलाकों में शुक्रवार देर रात से ही बर्फबारी शुरू हो गई थी. जो शनिवार को दिनभर रुक-रुक कर होती रही. इस दौरान गुलमर्ग में चार इंच बर्फबारी हुई. जबकि पहलगाम में सात इंच बर्फ गिरी. उधर सोनमर्ग में पांच इंच और साधना टाप पर नौ इंच बर्फबारी दर्ज की गई. जबकि राजदान टाप पर सबसे अधिक 10 इंच बर्फ जम गई.
इन रास्तों पर बंद हुआ यातायात
शनिवार को हुई बर्फबारी के चलते बांदीपोरा-गुरेज और कुपवाड़ा-करनाह रोड पर यातायात बंद हो गया. जबकि श्रीनगर समेत अधिकांश निचले इलाकों में रुक रुक कर दिनभर बारिश होती रही. बता दें कि 20 दिवसीय चिलेखर्द के दौरान घाटी में ये पहली बर्फबारी दर्ज की गई है. इससे पहले चिल्लेकलां के दौरान घाटी में चार बार बर्फबारी हुई थी. बता दें कि चिलेखर्द वह समय होता है जब सर्दियां कम हो जाता हैं लेकिन बर्फबारी होती रहती है.
राजस्थान में बारिश की संभावना
इस बीच मौसम विभाग ने राजस्थान में बारिश का अनुमान जताया है. मौसम विभाग की मानें तो 3 से 4 फरवरी के बीच पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाएगा. जिससे पूर्वी राजस्थान के अजमेर, जोधपुर, जयपुर और बीकानेर संभाग के कुछ इलाकों में बारिश होने की संभावना है. जिससे तापमान में फिर बदलाव देखने को मिलेगा और एक बार फिर से ठंड का एहसास होगा.