73 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल दिव्य-भव्य, नव्य महाकुंभ को देखकर अभिभूत हो उठा। इन अतिथियों ने एक स्वर में कहा कि प्रयागराज में जारी महाकुंभ भारतीय संस्कृति और धरोहर को दर्शाता है।
प्रयागराज पहुंचकर इन लोगों ने खुद को सौभाग्यशाली बताया। इन अतिथियों ने योगी सरकार और विदेश मंत्रालय द्वारा राजनयिकों के लिए इस यात्रा की व्यवस्था पर खुशी भी जताई। वहीं, प्रयागराज पहुंचने पर अतिथियों का स्वागत किया गया।
भारत में जापान के राजदूत केइची ओनो ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय राजनयिकों के लिए इस यात्रा की व्यवस्था कर रहा है। महाकुंभ मेला बहुत ही खास आयोजन है, खासकर इस साल। इसी कारण मैं हिंदू संस्कृति को समझने के लिए वहां जाने के लिए उत्सुक हूं।
भारत में अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो काउचिनो ने अपनी महाकुंभ यात्रा पर खुशी जताई। उन्होंने महाकुंभ में आकर परंपराओं के पालन की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैं इस महत्वपूर्ण समारोह में भाग लेकर प्रसन्न हूं। यहां की परंपराओं का पालन करके बहुत खुशी भी हो रही है।
भारत में लिथुआनिया की राजदूत डायना मिकेविकिएने ने अपनी महाकुंभ यात्रा को लेकर कहा कि वह यहां के वातावरण का आनंद लेंगी। उन्होंने कहा कि मैं कई वर्षों से भारत से जुड़ी हुई हूं। मैं हमेशा यहां आना चाहती थी, लेकिन कभी भी किसी कुंभ में जाने का अवसर नहीं मिला।
उन्होंने आगे कहा कि आज यह खास और शुभ महाकुंभ का समय है, यह सौभाग्य है कि मैं भारत में हूं। मैं यहां के वातावरण का आनंद लूंगी। यह दृश्य मेरी आंखों और आत्मा के लिए गौरवान्वित करने वाला है। मैं यहां पवित्र स्नान करूंगी। यह निश्चित रूप से भारतीय धरोहर और संस्कृति को दर्शाता है, जिस पर गर्व होना चाहिए।