प्रियांक खड़गे ने आईएएनएस को बताया, कानून के अनुसार कार्रवाई हो रही है। हम जांच को प्रभावित करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। ईडी की जांच मुडा के बारे में है, न कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बारे में है। पिछले एक दशक के दौरान जो कुछ हुआ, उन सभी चीजों की जांच होनी चाहिए।
बता दें कि एमयूडीए में कथित अनियमितताओं से संबंधित मामले में सीएम सिद्धारमैया को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इससे पहले वे लोकायुक्त जांच का सामना भी कर चुके हैं। कर्नाटक के इतिहास में सत्ता में रहते हुए लोकायुक्त जांच का सामना करने वाले सिद्धारमैया पहले मुख्यमंत्री हैं।
सीएम सिद्धारमैया का पिछला रिकॉर्ड काफी साफ-सुथरा रहा है लेकिन चार दशक के राजनीतिक करियर में वे पहली बार जांच का सामना कर रहे हैं।
कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस की मीटिंग के दौरान पार्टी नेताओं के बीच हुई बहस को लेकर प्रियांक खड़गे ने दावा किया कि बेलगावी में सब कुछ ठीक है। उन्होंने कहा, परिवार में चार लोग रहेंगे तो शोर होगा ही।
दरअसल, कर्नाटक कांग्रेस की बैठक में हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला था। कांग्रेस भवन निर्माण को लेकर कांग्रेस नेताओं के बीच तीखी बहस हुई थी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला बेलगावी में जय बापू, जय भीम, जय संविधान कार्यक्रम की तैयारियों के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सदस्यों से कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की। इसी बीच कांग्रेस भवन के लिए मंत्रियों और विधायकों के कम योगदान पर चर्चा होने लगी और नेताओं के बीच तीखी बहस होने लगी।