अमेरिका के व्हाइट हाउस पर हमला करने के आरोप में एक भारतीय नागरिक को जेल की सजा सुनाई गई है. वह आठ वर्ष जेल में रहेगा. उसने अमेरिकी सरकार को गिराने की साजिश रची थी.
कंडुला ने इसके लिए कई सप्ताह तक प्लानिंग की थी. वह सेंट मिसौरी से वाशिंगटन के लिए 22 मई को रवाना हुआ. डलेस हवाईअड्डा पहुंचने पर उसने किराये पर एक ट्रक लिया. वह हवाईअड्डे से वाशिंगटन डीसी पहुंचा और वहां से व्हाइट हाउस. उसने ट्रक से व्हाइट हाउस की सिक्योरिटी बैरिकैडिंग को टक्कर मार दी. इसके बाद उसने नाजी शासन वाला झंडा फहराया. जिसके बाद अमेरिकी पुलिस और सिक्रेट सर्विसेज के लोगों ने तुरंत ही उसे गिरफ्तार कर लिया.
अदालत ने दी कंडुला को दी ये सजा
न्याय विभाग ने कंडुला पर कई आरोप लगाया. जैसे- जानबूझकर अमेरिका की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और लोकतांत्रिक सरकार का तख्तापलट करने की साजिश आदि. न्यायालय ने कंडुला को आठ साल की जेल और तीन साल की निगरानी रिहाई की सजा सुनाई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति को भी मारने तक का प्लान
व्हाइट हाउस में प्रवेश करना और राजनीतिक सत्ता पर कब्जा करना कंडुला का मकसद था. जांचकर्ताओं के सामने उसने माना कि जरुरत पड़ती तो अमेरिकी राष्ट्रपति और अन्य अधिकारियों की हत्या भी कर सकता था.
हथियार लैस 25 गार्ड्स-बख्तरबंद काफिला किराये पर चाहता था
कंडुला ने हमले से पहले वर्जीनिया की एक सुरक्षा कंपनी से 25 सशस्त्र गार्डों और एक बख्तरबंध काफिले लेने के लिए गया था. उसने ट्रैक्टर, ट्रेलर, ट्रक और डंप ट्रक किराये पर लेने के लिए भी कई कंपनियों से संपर्क किया था पर हर जगह से उसे निराशा ही मिली थी.