2019 लोकसभा चुनावों के शंखनाद से पहले एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में अयोध्या की विवादित भूमि पर राम मंदिर के निर्माण की चर्चा तेज हो गई है. राम मंदिर निर्माण अयोध्या के संतों के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इस पर जी न्यूज के साथ चर्चा के दौरान अंतरराष्ट्रीय ध्यान गुरु स्वामी दीपांकर भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण 100 साल के बुजुर्ग संतों के लिए एक सपना है. स्वामी दीपांकर इस पर चर्चा कर ही रहे थे कि इस दौरान उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े.
बाबा अपनी आंखों से देख पाएंगे मंदिर!
स्वामी दीपाकंर ने कहा कि उनके बाबा 104 साल के हैं और बचपन से ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का सपना उनकी आंखों में है, लेकिन वर्तमान में जो हालात हैं उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगता है कि उनकी जीते जी यह सपना पूरा हो पाएगा.
नेताओं ने समझा वोट बैंक की मशीन
राम मंदिर पर राजनीति करने वालों पर निशाना साधते हुए स्वामी दीपाकंर ने कहा कि नेताओं ने आम जनता को वोट बैंक की मशीन समझा हुआ है. जब वक्त आता है वह गड़े मुद्दे उखाड़कर अपना काम लेने लगती है.
राम के नाम पर मजाक बनाना बंद करिए
पूरा देश रो रहा है. 490 साल के इतिहास में एक राम मंदिर सरकार संतों को नहीं दे सकी. उन्होंने कहा कि राम मंदिर और राम के नाम पर संतों का मजाक बनाना बंद करिए.