सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को चार जजों ने शपथ ली. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया, जहां चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने चारों जजों को शपथ दिलाई. शपथ लेने वालों जजों में जस्टिस हेमंत गुप्ता, जस्टिस आर सुभाष रेड्डी, जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस अजय रस्तोगी शामिल हैं.
चार नए जजों के शामिल होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस को मिलाकर जजों की संख्या 28 हो गई है. इससे पहले गुरुवार को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश को मंजूर करते हुए इन चार जजों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी थी. सरकार ने नियुक्ति को लेकर अधिसूचना जारी की थी. इन चार जजों के शपथ लेने से सुप्रीम कोर्ट में अब जजों की संख्या 28 हो गई है. हालांकि अभी भी 3 जजों की कमी रहेगी, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में जजों के लिए स्वीकृत पद 31 होते हैं.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 30 अक्टूबर को जस्टिस हेमंत गुप्ता, जस्टिस आर सुभाष रेड्डी, जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस अजय रस्तोगी का नाम केंद्र को भेजा था. इस सिफारिश के 48 घंटे के अंदर ही कानून मंत्रालय ने इसे मंजूरी दे दी थी. सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर 30 अक्टूबर के प्रस्ताव को अपलोड किया गया था. जस्टिस एमआर शाह पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे, जबकि जस्टिस गुप्ता मध्य प्रदेश हाईकोर्ट, जस्टिस रेड्डी गुजरात हाईकोर्ट और जस्टिस रस्तोगी त्रिपुरा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे.
आपको बता दें कि कॉलेजियम ने जिन चार हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का नाम सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में प्रोन्नत करने की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी, उनमें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की कॉलेजियम थी. इस कॉलेजियम में चीफ जस्टिस के अलावा अन्य चार वरिष्ठतम न्यायाधीश शामिल थे, जिनमें जस्टिस मदन बी. लोकुर, जस्टिस कुरियन जोसफ, जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस एसए बोबडे शामिल थे.