भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, अगर कोई कानून अपने हाथ में लेने का प्रयास करता है, तो निश्चित तौर पर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। लेकिन, मैं इस बात पर बल देना चाहूंगा कि अगर कोई शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात कहना चाहता है, तो किसी को भी इससे आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में सभी को अपनी बात कहने का हक है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “सरकार को चाहिए कि वह इस मामले में किसानों के साथ संवाद कर समाधान का रास्ता तैयार करे।”
उन्होंने कहा कि काफी समय पहले जब न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर बात हुई थी, तो इसे लेकर कमेटी बनाई गई थी और किसानों को यह विश्वास दिलाया गया था कि हम इस दिशा में जल्द ही कदम उठाएंगे। लेकिन, अब तक सरकार ने कुछ नहीं किया।
उन्होंने कहा, “किसानों द्वारा उठाई गई मांगें बिल्कुल उचित है।”
कांग्रेस नेता ने किसानों से शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने और अपनी बात रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसानों भाइयों से यह कहा गया है कि आप ट्रैक्टर-ट्रॉली में मत आइए, तो किसानों ने भी सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि ठीक है, हम ट्रैक्टर-ट्रॉली में नहीं आएंगे। किसान भाई भी सहयोग करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। किसान मजदूर मोर्चा के प्रमुख स्वर्ण सिंह पंढेर ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।