महंत नारायण दास महाराज ने कहा, “मेरे हिंदू भाइयों आप सभी से प्रार्थना है कि तीन दिसंबर को नगर होशंगाबाद में मंदिर में सभी को उपस्थित होना है। बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं की दयनीय दशा हो रही है, उस विषय में आप लोगों को सोचना होगा और आंदोलन करना होगा।”
पंडित तरुण तिवारी ने कहा, “हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हम सभी हिंदुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है और इसी के विरोध में विशाल विरोध प्रदर्शन और रैली का आयोजन मां नर्मदा की पावन धरती पर तीन तारीख को दोपहर एक बजे किया जाएगा। सभी हिंदू समाज के भाई-बहन इसमें शामिल हों। आप सभी लोगों से अपील है कि एक दिन के लिए अपने सनातन समाज के लिए एकजुट हों। हिंदुस्तान में हम सभी हिंदुओं को एकजुट होना होगा। अगर हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को एकजुट करना है, तो इसके लिए हमें एक साथ आना होगा।”
डॉ गोपाल दास खड्डर ने कहा, “मैं सभी हिंदू समाज से कहना चाहूंगा कि अगर आज आप नहीं जागे तो पूरी जिंदगी भर आप लोग रोएंगे। आप सबको पता है कि किस तरह से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला किया जा रहा है। उनके घरों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। इसी को देखते हुए मेरा आप लोगों से निवेदन है कि दोपहर एक बजे विशाल हिंदू एकता मंच के बैनर तले एकत्रित हों। अगर आपके अंदर हिंदुत्व जिंदा है, तो आप जरूर आएंगे।”
एक अन्य संत ने कहा, “बांग्लादेश में कट्टरपंथियों के द्वारा हिंदुओं पर लगातार हमला किया जा रहा है। यह निंदा का विषय है। जिस तरह से वहां पर हिंदुओं पर हमला किया जा रहा है, वो हम सभी लोगों के लिए चिंता का विषय है। इसी को देखते हुए आगामी तीन दिसंबर को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया है। आप सभी से अनुरोध है कि बड़ी संख्या में वहां पहुंचकर सनातन धर्म की आवाज को बुलंद करें। हम इस तरह से वहां प्रदर्शन करें कि इसकी गूंज बांग्लादेश सहित समस्त विश्व में सुनाई दे। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम अपने बल को प्रदर्शित करेंगे। आप सभी लोगों से अपील है कि आप लोग यहां बड़ी संख्या में शिरकत करें। आप लोग इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, तो रैली सफल होगी।”