इसके बाद मंत्रालय में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में वह सेना के एक शहीद अग्निवीर के आश्रित को सरकारी नौकरी में नियुक्ति का पत्र और उनके परिजनों को 10 लाख रुपए के मुआवजे का चेक सौंपेंगे।
इस आशय का पत्र सरकार के उप सचिव ओम प्रकाश तिवारी के हस्ताक्षर से जारी किया गया है। सेना में अग्निवीर के तौर पर सेवारत झारखंड के बोकारो जिला अंतर्गत चंदनकियारी प्रखंड की सिलफोर पंचायत के फतेहपुर निवासी अर्जुन कुमार महतो 22 नवंबर को असम के सिलचर में एक मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे।
लंकेश्वर महतो के पुत्र अर्जुन कुमार महतो की अग्निवीर जवान के तौर पर 2023 में बहाली हुई थी। हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के कैबिनेट ने पूर्व में ही ड्यूटी के दौरान शहीद या दिवंगत होने वाले अग्निवीर जवानों के एक आश्रित को सरकारी नौकरी और दस लाख मुआवजा देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
पूरे देश में किसी शहीद अग्निवीर के आश्रित को सरकारी नौकरी प्रदान किए जाने का संभवत यह पहला मामला है।
हेमंत सोरेन झारखंड के पहले नेता हैं, जो सीएम के तौर पर चौथी बार शपथ लेने जा रहे हैं। उन्होंने पहली बार 13 जुलाई 2013 को झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन के सहयोग से बनी सरकार में सीएम पद की शपथ ली थी। इस सरकार का कार्यकाल 23 दिसम्बर 2014 तक था। दूसरी बार उन्होंने 29 दिसम्बर 2019 को शपथ ली थी। 31 जनवरी 2024 को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
जमानत पर बाहर आने के बाद 4 जुलाई 2024 को उन्होंने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली थी।